US ने 90 फीसद वर्क परमिट भारतीयों को दिए
वाशिंगटन। अमेरिका में उच्च दक्षता वाली नौकरी कर रहे भारतीयों के लिए खुशखबरी है। अमेरिकी सरकार ने जिन 71 हजार से ज्यादा एच-1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों के लिए वर्क परमिट जारी किए हैं, उनमें से 90 प्रतिशत से ज्यादा भारतीय हैं। यह जानकारी ट्रंप प्रशासन के वीजा नियमों को लेकर सख्त रवैया अख्तियार किए जाने के बीच आई है।
माइग्रेशन पॉलिसी इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार बराक ओबामा सरकार ने सन 2015 में एच-1 बी वीजाधारक कर्मियों के जीवनसाथियों के लिए वर्क परमिट जारी करने की शुरुआत की थी। तब एच-1 बी वीजाधारक के साथ आने वाला जीवनसाथी या अन्य आश्रित एच-4 वीजा पर अमेरिका आता था। 2015 से पहले इस वीजा पर अमेरिका आने वालों को नौकरी करने की इजाजत नहीं थी।
जून 2017 में ट्रंप प्रशासन ने 71,287 वर्क परमिट (कार्य करने का अधिकार पत्र) एच-4 वीजाधारक जीवनसाथियों को दिए। जिन लोगों के लिए ये परमिट जारी किए गए उनमें 94 प्रतिशत महिलाएं हैं। इनमें से 93 प्रतिशत भारतीय हैं। इनमें केवल चार प्रतिशत चीन के लोग हैं। इंस्टीट्यूट को यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत सरकार से हासिल हुई है। ट्रंप प्रशासन ने इस व्यवस्था को इसी साल खत्म करने का संकेत दिया है। जून में इस बाबत संसद में प्रस्ताव लाया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि ओबामा के कार्यकाल में 2015 में अमेरिकी सरकार ने ऐसे एच-1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को वर्क परमिट देने की व्यवस्था शुरू की थी, जो छह साल से ज्यादा समय से अमेरिका में रह रहे हैं। ऐसे तमाम लोग ग्रीन कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया में शामिल थे। अमेरिका में ग्रीन कार्ड के जरिये कुछ शर्तों के साथ स्थायी निवास की सुविधा दी जाती है।