India, राष्ट्रमंडल कोष में 20 लाख पौंड का करेगा सहयोग
लंदन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रमंडल देशों के राष्ट्राध्यक्षों की सालाना बैठक में भारत की ओर से कई बड़े फैसले लिए। उन्होंने राष्ट्रमंडल के कोष में भारत का तकनीकी सहयोग दोगुना करने की घोषणा करते हुए इसे 20 लाख पौंड (18 करोड़ रुपये से अधिक) कर दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रमंडल सम्मेलन में क्रिकेट कूटनीति पर भी जो दिया। उन्होंने राष्ट्रमंडल देशों के 60 अंडर-16 क्रिकेटर्स को प्रशिक्षण देने की भी बात कही। इन 60 क्रिकेटर्स को बीसीसीआइ की मदद से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
विदेश मंत्रालय (पश्चिम) की सचिव रुचि घनश्याम ने शुक्रवार को बताया कि राष्ट्रमंडल देशों के राष्ट्राध्यक्षों की सालाना बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रमंडल के छोटे द्वीप देशों को उनकी जरूरत के अनुरूप सहायता देने का भी एलान किया। भारत इन छोटे द्वीप देशों और तटीय देशों को गोवा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशनोग्राफी में प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए क्षमतावान बनाएगा।
मोदी ने यह भी ऐलान किया कि न्यूयार्क के स्थाई मिशन के तौर पर भारत राष्ट्रमंडल देशों की मदद के लिए छोटी परियोजनाओं में भी हिस्सा लेगा। उन्होंने बताया कि विगत दिवस हुई बैठक में लोकतंत्र को और मजबूत करने, अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रणाली, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी), पर्यावरण के लिए कार्रवाई और राष्ट्रमंडल देशों की सुरक्षा के मुद्दों पर मुख्य रूप से बातचीत हुई।
भारत को प्रिंस चार्ल्स के अगला प्रमुख बनने से आपत्ति नहीं-
बंद कमरों में हुई इस बैठक की खास बात यह भी थी कि यह पूरी तरह अनौपचारिक रही। यहां नेताओं ने बिना किसी पूर्व निर्धारित एजेंडे के बातचीत की और इस वार्ता के दौरान उनके करीबी सहायक तक उनके साथ मौजूद नहीं थे। वैश्विक मुद्दो के अलावा राष्ट्रमंडल में सुधारों को लेकर भी चर्चा हुई।
मेजबान ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने विगत गुरुवार को अपने स्वागत भाषण में अपने 69 वर्षीय बेटे प्रिंस चार्ल्स को अगला राष्ट्रमंडल प्रमुख बनाने की इच्छा जताई थी। आमतौर पर प्रिंस चार्ल्स के पक्ष में राय बनती भी नजर आ रही है।
एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने बताया कि भारत को प्रिंस चार्ल्स को राष्ट्रमंडल का अगला प्रमुख बनाए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने इस संगठन के लिए कड़ी मेहनत की है। हालांकि भारत यह भी मानता है कि इस पद को आनुवांशिक नहीं बनाया जा सकता है।
आठ साल बाद भारतीय पीएम बैठक में शामिल-
साल 2010 के बाद पहली बार भारतीय प्रधानमंत्री राष्ट्रमंडल की बैठक में शामिल हुए। दरअसल, साल 2017 में प्रिस चार्ल्स ने अपने भारत दौरे पर पीएम मोदी को राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए न्योता दिया था। विदित हो कि विश्व के ब्रिटिश उपनिवेश रहे 53 राष्ट्रमंडल के सदस्य हैं और यह संगठन की 11वीं शिखर बैठक है। इस बैठक का विषय “साझा विकास” रखा गया है। ये शिखर सम्मेलन लंदन के शाही महल विडसर कैसल में हुआ।
सम्मेलन छोड़ द.अफ्रीकी राष्ट्रपति लौटे-
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा देश में हिंसक प्रदर्शनों के कारण लंदन में राष्ट्रमंडल शिखर सम्मेलन बीच में छोड़कर वापस लौट गए। दक्षिण अफ्रीका के उत्तरी पश्चिम प्रांत में हिसक झड़पें हो रही हैं। प्रदर्शनकारी रोजगार, सस्ते आवास और भ्रष्टाचार के खात्मे की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को दुकानें लूट लीं। पड़ोसी देश बोत्सवाना ने उत्तर पश्चिम प्रांत से सटी सीमा के निकासी मार्गो को बंद कर दिया है। रामफोसा ने शांति बनाए रखने रखने का आह्वान किया है और पुलिस से संयम बरतने का आदेश दिया है।