Vanuatu में नहीं होगा चीन का सैन्य अड्डा
सिडनी। दक्षिण प्रशांत सागर के द्वीपीय देश वनातू ने अपने यहां चीनी सैन्य अड्डा बनाने की बात से इन्कार किया है। वनातू के विदेशमंत्री राल्फ रिजेनवानु ने मंगलवार को ऑस्ट्रेलियाई मीडिया फेयरफैक्स आई की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें कहा गया था कि सैन्य अड्डा स्थापित करने के लिए चीन वनातू सरकार से वार्ता कर रहा है। राल्फ ने कहा,”देश में चीनी सैन्य अड्डा बनाने की बात हमने कभी नहीं की। हम एक तटस्थ देश हैं।
हम अपने देश का सैन्यीकरण नहीं चाहते और न यह हमारी इच्छा है।” वहीं, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने कहा,”प्रशांत द्वीपीय देशों में किसी भी विदेशी देश के सैन्य अड्डे की स्थापना हमारे और हमारे पड़ोसियों के लिए चिंता की बात है।” ऑस्ट्रेलिया ने आशा जताई कि वनातू उनका रणनीतिक साझेदार बना रहेगा। यहां के राष्ट्रीय सुरक्षा महाविद्यालय की प्रमुख रोरी मेडकाफ ने कहा कि वनातू में चीन का नौसैनिक और वायु अड्डा होना ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के लिए भविष्य में मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
दरअसल, मंगलवार को फेयरफैक्स में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी। इसमें दावा किया गया था कि चीन वनातू सरकार से सैन्य अड्डा स्थापित करने के लिए बातचीत कर रहा है। इस बात से चिंतित ऑस्टे्रलिया लगातार अमेरिकी सरकार के संपर्क में है। चीन लगातार अपनी सैन्य क्षमताओं में विस्तार कर रहा है। अगस्त, 2017 अफ्रीकी देश जिबूती में उसने अपना पहला सैन्य अड्डा बनाया था। इसने भारत की सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है।
कहां है वनातू
ऑस्ट्रेलिया से करीब दो हजार किलोमीटर दूर पूर्व में स्थित है वनातू। यह 80 द्वीप से बना एक छोटा देश है। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय यहां अमेरिकी नौसेना का अड्डा था। इसी सैन्य अड्डे की मदद से अमेरिका ने जापानी फौज को प्रशांत सागर में ऑस्ट्रेलिया की तरफ बढ़ने से रोका था।