तीन अप्रेल को इमरान खान की पार्टी ने इस्लामाबाद में की बड़ी तैयारी
पाकिस्तान में राजनीतिक हलचलें काफी तेज हो चुकी हैं। पाकिस्तान सरकार से सांसदों का बाहर जाना या उनके खिलाफ खड़े होना लगातार जारी है। आलम ये है कि खुद इमरान खान की पार्टी पीटीआई के ही करीब चार दर्जन सांसद पीएम के खिलाफ हैं। इसके अलावा एमक्यूएम ने भी विपक्ष से समझौता कर पाकिस्तान सरकार की मुश्किलों को बढ़ाने का काम किया है। बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) ने एक पत्र जारी कर इमरान सरकार से समर्थन वापसी का एलान कर दिया है। इस पत्र में पार्टी ने यहां तक कहा है कि उन्हें विपक्ष के खेमे में बैठने के लिए सीट दी जानी चाहिए।
3 अप्रेल को होगी वोटिंग
बता दें कि इमरान खान सरकार के खिलाफ विपक्ष के लाए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हो रही है। इस प्रस्ताव पर 3 अप्रेल को वोटिंग होनी है। इस बीच पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि एक तरफ इमरान खान 3 अप्रेल को संसद भवन के बाहर रैली बुलाने की तैयारी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष को संदेश दे रहे हैं कि अगर अविश्वास प्रस्ताव वापस लिया गया तो मैं विधानसभा भंग करने को तैयार हैं।
12 जनवरी 2022 को छपा था मीर का लेख
मीर ने अपने प्रोग्राम की एक क्लीपिंग भी ट्वीट की है, जिसमें इसमें शामिल एक्सपर्ट का कहना है कि इमरान खान की पार्टी ने 3 अप्रेल को जिस दिन अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है, इस्लामाबाद में लाखों लोगों के उनके समर्थन में आने का दावा किया है। मीर ने अपने एक और ट्वीट में कहा है कि उन्होंने 12 जनवरी 2022 को अपने एक लेख में ये बात बता दी थी कि इमरान खान की सरकार को पलटने की कवायद चल रही है। उन्होंने इस बात पर भी ताज्जुब जताया है कि इमरान खान को इसका पता अब चला है।
पीएम इमरान खान का आरोप
गौरतलब है कि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा लगातार आगे बढ़ाई जाती रही है। पहले 25 मार्च को इस पर बहस होनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसको देखते हुए पीटीआई ने इस्लामाबाद में एक विशाल रैली का आयोजन किया था। इस रैली में इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव को विदेशी ताकतों के इशारे पर रची गई एक साजिश करार दिया था। उनका कहना था कि इसके लिए
एमक्यूएम का आरोप, सरकार से समर्थन वापस
पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार को कभी समर्थन देने वाली पार्टी एमक्यूएम के सांसद मुश्ताक अहमद खान ने इमरान खान पर ये कहते हुए उन्होंने अमेरिकी सेना को अपनी धरती के इस्तेमाल की इजाजत दी। मुश्ताक ने अपने एक दूसरे ट्वीट में कहा है कि ब्रिटेन ने मलिक रियाज पर 40 अरब रुपये का जुर्माना लगाया, उनसे जुर्माना वसूल कर पाकिस्तान को राष्ट्रीय खजाने में जमा करने के लिए भेजा, लेकिन सरकार ने मलिक रियाज को पैसा लौटा दिया।