ताइवान पर फिर आक्रामक हुआ चीन: अमेरिका को दिखाई आखें, कहा- जंग के लिए तैयार हैं हम
बीजिंग। ताइवान के मामले में चीन आक्रामक हो गया है और अब वह अमेरिका को सीधे देख लेने की धमकी दे रहा है। चीन ने अप्रत्यक्ष रूप से जंग की धमकी दी है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा है कि ताइवान हमारी मुख्य भूमि का हिस्सा है और अमेरिका इस मामले में हस्तक्षेप कर खतरा उठा रहा है। वांग ने अमेरिका और सहयोगी देशों की उनके देश के खिलाफ बन रही योजनाओं की भी आलोचना की। चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों की शीत युद्ध की मानसिकता से कोई जीत हासिल नहीं होगी, सिर्फ सपने ही देखे जा सकते हैं।
अमेरिका ताइवान के मामले में जोखिम उठा रहा है
इस मानसिकता से बेहतर दुनिया का निर्माण तो असंभव ही है। अमेरिका ताइवान के मामले में जोखिम उठा रहा है। चीन के एकीकरण को दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है। ज्ञात हो कि चीन लंबे समय से ताइवान पर दावा करता रहा है। बीजिंग में नौवें विश्व शांति मंच के उद्घाटन समारोह में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका और सहयोगी देशों की हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए बनाई गई रणनीति पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि इस रणनीति को कचरे के ढेर में डाल देना चाहिए। इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
ताइवान के साथ सैन्य संपर्क बढ़ाने के खिलाफ चेतावनी दी
हाल में चीन के रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका को ताइवान के साथ सैन्य संपर्क बढ़ाने के खिलाफ चेतावनी दी थी। मंत्रालय के प्रवक्ता रेन गुओकियान्ग ने कहा था कि चीन इस द्वीप-देश को जोड़ने में भरोसा रखता है और किसी बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करता है। एक बयान में उन्होंने ताइवान से सभी सैन्य संबंध तोड़ने को कहा था। इससे पहले चीन जी-7 देशों की बैठक में ताइवान का मुद्दा उठाए जाने पर अमेरिका पर भड़का हुआ था। उन्होंने कहा कि चीन को फिर से एकीकृत करना एक ऐतिहासिक जरूरत है। इस प्रक्रिया को कोई रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि ताइवान स्ट्रेट में लोग शांति और स्थिरता चाहते हैं। ताइवान की आजादी का कोई फल नहीं है और उसके पीछे भागने का मतलब है जंग। रेन ने अमेरिका से उसकी वन-चाइना पॉलिसी का पालन करने के लिए कहा।