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चीन ने दिग्गज तकनीकी कंपनियों पर जुर्माना लगाया, अलीबाबा समूह और सर्च इंजन बाइडू इंडस्ट्रीज भी शामिल

बीजिंग। चीन में तकनीकी कंपनियों की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रही हैं। सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने एकाधिकार विरोधी (एंटी मोनोपोली) के तहत अलीबाबा समूह और टेनसेंट होल्डिंग्स सहित कई बड़ी तकनीकी कंपनियों पर शनिवार को जुर्माना लगाया। यह जुर्माना कारपोरेट अधिग्रहण की सूचना देने में विफल रहने के चलते लगाया गया है। स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन फार मार्केट रेगुलेशन के अनुसार ये कंपनियां ‘परिचालन केंद्रीकरण’ के नियमों के तहत आठ साल पहले हुए 43 अधिग्रहणों की सूचना देने में विफल रहीं।

प्रत्येक उल्लंघन में पांच लाख युआन (59 लाख रुपये) का जुर्माना

बयान में कहा गया कि प्रत्येक उल्लंघन में पांच लाख युआन (59 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया। अलबाबा ग्रुप और टेनसेंट के अलावा जिन अन्य कंपनियों पर जुर्माना लगाया गया है, उनमें आनलाइन रिटेलर जेडीडाटकाम इंडस्ट्रीज और स्यूनिंग लिमिटेड सहित सर्च इंजन बाइडू इंडस्ट्रीज शामिल है। 2013 में हुए अधिग्रहण में नेटवर्क टेक्नोलाजी, मैपिंग और मेडिकल टेक्नोलाजी एसेट्स शामिल थे। बीजिंग ने 2020 के अंत से तकनीकी कंपनियों पर एकाधिकार विरोधी, डाटा सुरक्षा और अन्य कार्रवाई शुरू की है। सत्तारूढ़ पार्टी को चिंता है कि कंपनियों का अपने उद्योगों पर बहुत अधिक नियंत्रण है।

चीनी कंपनी अलीबाबा पर अप्रैल में 2.8 अरब डालर का जुर्माना

सरकार ने उन्हें चेतावनी दी है कि वे उपभोक्ताओं को लुभाने या नए प्रतिस्पर्धियों के प्रवेश को अवरुद्ध करने के लिए अपने प्रभुत्व का उपयोग नहीं करें। बिक्री के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी ई-कामर्स कंपनी अलीबाबा पर अप्रैल में 2.8 अरब डालर का जुर्माना लगाया गया था। उस समय भी कंपनी पर प्रतिस्पर्धा को हतोत्साहित करने का आरोप लगाया गया था। इसी साल आठ अक्टूबर को फूड डिलीवरी प्लेटफार्म मीतुआन पर 53.4 करोड़ डालर का जुर्माना लगाया गया था।

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