जुलाई में मिली महंगाई से राहत, थोक महंगाई दर घट कर 5.09% पर आई
जून में चार साल के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने के बाद थोक महंगाई दर (WPI) जुलाई में घटी है. जुलाई महीने में थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर घट कर 5.09 फीसदी पर आई है.
बता दें कि इससे पहले जून में खाद्य पदार्थों और पेट्रोल व डीजल की कीमतें बढ़ने का असर थोक महंगाई दर पर देखने को मिला. इस दौरान यह 5.77 फीसदी के स्तर पर पहुंच गई थी.
जुलाई में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 1.73 फीसदी रही. जून में यह काफी ज्यादा 5.3 फीसदी थी. वहीं, इस महीने मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई दर की बात करें तो यह 4.26 फीसदी पर आई है. जून में यह 4.17 प्रतिशत के स्तर पर बनी हुई थी.
जुलाई महीने में थोक महंगाई दर में अगर राहत मिली है, तो इसके लिए खाद्य पदार्थों के दाम घटना जिम्मेदार है. इससे पहले सोमवार को सरकार ने खुदरा महंगाई दर के आंकड़े पेश किए.
इन आंकड़ों के मुताबिक जुलाई महीने में खुदरा महंगाई दर (CPI) 4.17 फीसदी रही. जून की बात करें तो इस दौरान यह 4.90 फीसदी के स्तर पर बनी हुई थी. इस दौरान खाद्य महंगाई दर 1.37 फीसदी बढ़ी. जून में यह 2.91 फीसदी थी.
वहीं, ईंधन से जुड़ी महंगाई की बात करें तो जुलाई में यह 7.96 फीसदी पर पहुंची थी. जबकि जून में यह 7.14 फीसदी के स्तर पर बनी हुई थी.
जुलाई महीने में सबसे ज्यादा कमी सब्जियों की महंगाई दर में देखी गई. इस महीने सब्जियों की महंगाई दर 2.2 फीसदी रही. जून में यह 7.8 फीसदी थी.