जब आजादी का जश्न मना रहा था देश तब आसाराम कर रहा था नाबालिग लड़की का रेप
नई दिल्ली : साल 2013 में देश जिस दिन आजादी का जश्न मना रहा था उसी दिन स्वयंभू आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू ने 16 साल की नाबालिग लड़की की इज्जत को तार-तार किया। पीड़ित लड़की ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि आसाराम ने जोधपुर के समीप अपने मनाई आश्रम में उसे बुलाया था और 15 अगस्त की रात में उसका बलात्कार किया। बता दें कि जोधपुर की एक अदालत ने इस मामले में आसाराम और उनके दो सहयोगियों को दोषी पाया है जबकि दो लोगों को बरी कर दिया। विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी कोर्ट) मधुसूदन शर्मा ने जोधपुर सेंट्रल जेल परिसर में अपना फैसला सुनाया। वहीं, पीड़िता के पिता ने कोर्ट के फैसले पर संतोष व्यक्त किया है और आसाराम को अधिकतम सजा देने की मांग की है। पिता ने कहा , ‘मुझे न्यायपालिका में पूरा भरोसा है और मुझे विश्वास है कि आसाराम को सख्त सजा दी जाएगी।’उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई। शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक के. बी. सिंह ने बताया कि पीड़िता के घर के बाहर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। आसाराम के शाहजहांपुर स्थित रुद्रपुर आश्रम पर भी नजर रखी जा रही हैं।
2 सितंबर 2013 से न्यायिक हिरासत में है आसाराम
इस मामले पर दोनों पक्षों की दलीलें सात अप्रैल को पूरी कर ली गई थीं और इसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। मामले में पुलिस ने 77 साल के आसाराम को इंदौर से गिरफ्तार किया था और उन्हें एक सितंबर को जोधपुर लेकर आई थी। आसाराम 2 सितंबर 2013 से ही न्यायिक हिरासत में हैं। इस दौरान आसाराम ने जमानत पाने के लिए नामी-गिरामी वकीलों की फौज भी खड़ी की लेकिन न्यायालय ने हर बार उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी। पुलिस ने 6 नवंबर 2013 को आसाराम और चार अन्य सह-आरोपियों शिवा, शिल्पी, शरद और प्रकाश के खिलाफ पॉक्सो एक्ट, जुवेनाइल जस्टिस एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपपत्र दाखिल किया।
पहले भी कानूनी अड़चनों में फंस चुके हैं आसाराम
ऐसा पहली बार नहीं है जब आसाराम कानूनी अड़चनों में फंसे हैं। साल 2008 में मोटेरा में आसाराम के आश्रम के पास साबरमती नदी के तट से दो बच्चों के शव बरामद हुए थे। जांच में यह पाया गया कि दोनों शवों से महत्वपूर्ण अंग गायब थे। गुजरात पुलिस ने इस मामले में 2009 में आसाराम के सात अनुयायियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। आसाराम पर कार्रवाई होते देख सूरत की दो बहनों ने स्वयंभू आध्यात्मिक गुरु ओर उनके बेटे नारायण साई के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया। बहनों ने आरोप लगाया कि वे आसाराम की अनुयायी थीं लेकिन आसाराम और उनके बेटे ने कई बार उनके साथ रेप किया और उन्हें आश्रम के परिसर में बंधक बना कर रखा। आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले लोगों की हुई हत्या
इस दौरान आसाराम के खिलाफ गवाही देने वाले तीन लोगों की हत्या हुई और नौ गवाहों पर हमले हुए। गवाहों पर हमले के सिलसिले में मार्च 2016 में छत्तीसगढ़ के रायपुर में आसाराम के एक कथित सेवादार कार्तिक हलदर को गिरफ्तार किया गया। आसाराम के खिलाफ लगे आपराधिक आरोपों के बावजूद उनके अनुयायियों की संख्या में कमी देखने को नहीं मिली। माना जाता है कि आसाराम के करीब दो करोड़ से ज्यादा अनुयायी हैं और उनके पास लाखों-करोड़ों रुपए की चल-अचल संपत्ति है। दुनिया भर के 12 देशों में आसाराम के 400 आश्रम और 50 स्कूल हैं। इसके अलावा आसाराम एक प्रिटिंग प्रेस और आयुर्वेद की एक कंपनी चलाते हैं।