भारत बंद के दौरान जमकर हुई हिंसा और तोड़फोड़, कौन है इसका जिम्मेदार, क्या कार्रवाई करेगी पुलिस ?
भोपाल। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत पर केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को ‘भारत बंद’ किया. इस बंद में 21 विपक्षी दल और कई व्यापारिक संगठन शामिल रहे, लेकिन जनता की भलाई के लिए बंद कर रहे कांग्रेस को शायद यह नहीं पता था कि भलाई के चक्कर में वो जनता का कितना नुकसान कर गई.
बंद के नाम पर कई जगह कांग्रेसियों ने दुकानदारों से बदतमीजी की तो कई जगह पुलिस के साथ झड़प भी हुए. शहरों में स्कूल और बाजार पहले से ही बंद रहे तो कई जगह छिटपुट दुकानें खुली रहीं.
उज्जैन में पुलिस से झड़प
बात उज्जैन की करें तो यहां कांग्रेसियों ने हद पार कर दी. बंद के दौरान खुले पेट्रोल पंप पर कांग्रेसियों का गुस्सा कुछ इस कदर फूटा की पुलिस के साथ अन्य कांग्रेसियों के भी हाथ-पांव फूल गये.दरअसल एक कांग्रेसी ने पेट्रोल पंप के पाइप को तोड़ने की कोशिश की तो घबराये कांग्रेसियों ने उसे पकड़ा लेकिन पुलिस का रोकना उन्हें नागवार गुजरा और कांग्रेसी पुलिस वाले पर पिल पड़े फिर जमकर झड़प हुआ.
जबलपुर में रोकी गई ट्रेन
भारत बंद के दौरान जबलपुर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने शहर के एक पेट्रोल पंप पर जमकर तोड़फोड़ की. इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोकने की कोशिश भी की. पुलिस ने एनएसयूआई के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है.
इंदौर में पेट्रोल पंप पर तोड़-फोड़
वहीं इंदौर में भी पेट्रोल पंप पर तोड़-फोड़ हुई तो जबलपुर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने एक मोपेड में आग लगा दी, तो सतना में भी कांग्रेस नेताओं और पुलिस वालों के बीच बहस हुआ,
पूरे मामले पर रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि भारत बंद के नाम पर पेट्रोल पम्पों में आग लगाई जा रही है बसों और गाड़ियों को तोड़ा जा रहा है, कांग्रेस पार्टी जवाब दे कि देश में हो रही इस हिंसा का जिम्मेदार कौन है. उन्होंने कहा सरकार महंगाई पर लगाम लगाने का पूरा प्रयास कर रही है और कई मोर्चों पर सफल भी हुई है.
खैर ये तो रही सरकार की बात लेकिन आप ही सोचिये इस तरह का प्रदर्शन करना ठीक है क्या. जब जनता के लिए लड़ाई में जनता का ही नुकसान हो.