मानसून सत्रः चार घटनाओं से यादगार बना इस साल का सत्र
संसद का मानसून सत्र मोदी सरकार के दौरान अब तक सभी सत्रों में (सत्र के दिन और कामकाज) सबसे सफल रहा। इस सत्र में सरकार ने लोकसभा में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को ध्वस्त किया, वहीं अपने अल्पमत वाले उच्च सदन राज्यसभा में उप सभापति के चुनाव में जीत हासिल की। विपक्ष की ओर से एकता जाहिर करने की कोशिशें तो हुईं लेकिन कामयाब नहीं होती दिखीं।
1- मोदी सरकार के खिलाफ पहला अविश्वास प्रस्ताव पेश हुआ
2- राहुल गांधी का प्रधानमंत्री मोदी से गले मिलना सुर्खियों में रहा
3- एनडीए प्रत्याशी हरिवंश राज्यसभा के उपसभापति चुने गए
4- पहली बार किसी महिला सांसद (कहकशां परवीन) को पहले ही कार्यकाल में राज्यसभा की कार्यवाही संचालित करने का मौका मिला
सत्र की मुख्य बातें:
112 घंटे काम हुआ मानसून सत्र में लोकसभा की 17 बैठकों में।
74 फीसदी काम हुआ राज्यसभा के मानसून सत्र में।
20 विधेयक पारित हुए लोकसभा और राज्यसभा में।
हंगामे के मुद्दे
स्थाई मुद्दे: मानसून सत्र में राफेल विवाद सत्र की शुरुआत से ही उठता रहा। अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान भी इस मामले पर जमकर नोंकझोंक हुई। सत्र के आखिरी दिन भी कांग्रेस ने इस मामले की संसद की संयुक्त समिति से जांच की मांग को लेकर हंगामा किया।
तात्कालिक मुद्दे : सत्र में असम का राष्ट्रीय नागरकिता रजिस्टर के मुद्दे पर सरकार व विपक्ष आमने सामने रहा। देश के विभिन्न हिस्सों में भीड़ द्वारा लोगों को पीट पीट कर मार डालने को लेकर भी विपक्ष ने सरकार को घेरा और कानून बनाने का दबाब बनाया। बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका आश्रयगृह कांड का मुद्दा भी उठा।
मोदी सरकार में संसद का प्रदर्शन
‘बजट सत्र-2015’ सबसे बढ़िया
पूरे सत्र का प्रदर्शन
20 विधेयक पेश हुए
17 पास हुए, 3 लटके
134 सवालों के जवाब लोकसभा, 141 के
ये अहम बिल पास
-मोटर वाहन (संशोधन) बिल-2015, कोयला खदान (विशेष प्रावधान) बिल-2015, बीमा कानून (संशोधन) बिल-2015, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन (संशोधन) बिल-2015, अघोषित विदेशी आय एवं संपत्ति (कराधान) बिल-2015
‘शीत सत्र-2016’ सबसे खराब
पूरे सत्र का प्रदर्शन
10 विधेयक पेश हुए
6 पास हुए, 4 लटके
50 सवालों के जवाब लोकसभा, 2 के
ये अहम बिल पास
निशक्त व्यक्ति अधिकार बिल-2014
ये मुद्दे छाए रहे
नोटबंदी, कालाधन, ममता बनर्जी व अन्य यात्रियों को ले जा रहे विमान की लैंडिंग में देरी का मुद्दा
15वीं लोकसभा का प्रदर्शन सबसे खराब
कार्यकाल : मई 2009 से 2014 तक
-165 बिल पास हुए पांच साल के कार्यकाल में, 345 दिनों में कुल 1331 घंटे चली लोकसभा
-126 बिल लंबित रह गए, 72 लोकसभा और 54 राज्यसभा में
5वीं लोकसभा का प्रदर्शन सबसे बेहतर
कार्यकाल : 15 मार्च 1971 से 18 जनवरी 1977
482 कुल बिल पास हुए संसद के पटल पर सरकार की ओर से पेश किए गए
12 विधेयक निरस्त हुए विपक्ष के हंगामे और लामबंदी के कारण
(नोट : सभी आकड़े पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च की रिपोर्ट पर आधारित)
अमेरिकी संसद का हाल
115वें सत्र (2017-18) का प्रदर्शन 2009-10 के बाद सबसे शानदार रहा
55 कुल विधेयक पारित हुए, 14 का मकसद ओबामा-काल के फैसले पलटना
46 बिल नागरिकों के अधिकार, प्रशासनिक जवाबदेही और अपराध से जुड़े थे
(स्रोत : प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़े)