गांव – गांव घूम रहा है यह आईपीएस अफसर,ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब समझ सकें ग्रामीण
— ग्रामीणों के बीच पहुंच कर गीत के माध्यम से भी जगरूकता और मनोबल बढा रहे
[mkd_highlight background_color=”” color=”red”]नितिन ठाकुर[/mkd_highlight]
मध्यप्रदेश। प्रदेश का एक आईपीएस अफसर गांव गांव घूम रहा है, हर रोज लगभग बीस घंटे गांव,कस्बों में ग्रामीणों के बीच काम करने के दौरान अपने सरकारी वाहन में ही भोजन कर लेतें है। सुबह से रात सिर्फ एक ही काम है कि किसी तरह उनके जिले में कोरोना के प्रवेश न हो,चाहे इसके लिए उन्हें और उनके महकमें कितनी भी परेशानी हो या महेनत करना पडे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला सीहोर..। इस जिला के पुलिस अधीक्षक आईपीएस एसएस चौहान गांव गांव घूम कर ग्रामीणों में समाजिक दूरी ( सोशल डिस्टेंसिंग ) बनाए रखना सिखा रहे है। आईपीएस एसएस चौहान अल सुबह निकल जाते है दर्जनों गांव की सूची उनके हाथ में होती है और एक एक गांव में पहुंच की ग्रामीणों को कोरोना वायरस क्या है,इससे बचने के उपाय बताते है। गांव की सडक या चौपाल में कुछ ग्रामीणों को सफेद गोलों में खडा किया जाता है फिर इसके फायदे बताए जाते है,इस दौरान आईपीएस एसएस चौहान उनके सहयोगी और ग्रामीण मास्क पहने रहते है। ग्रामीणों को सरल भाषा में समाजिक दूरी ( सोशल डिस्टेंसिंग ) बनाए रखने,साबून से बार बार हाथ धोने और मास्क,गमझा पहने बताय जाता है। इसके साथ गांव में बाहर आने वालों कीी जानकारी भी पुलिस को देने को कहा जाता है।
–आदिवासियों के बीच भी पहुंच रहे है आईपीएस एसएस चौहान
आईपीएस एसएस चौहान ने अपनी योजना में वन विभाग को शामिल किया है। आदिवासियों इलाकों में बसे गांवों में आईपीएस चौहान वन अधिकारियों के साथ पहुंच कर आदिवासियों से चर्चा कर उन्हें समाजिक दूरी रखने के बारे बताते है। श्री चौहान जिले के सीमा से लगे गांवों में खास तौर ध्यान दे रहे है। यहां रहने वाले ग्रामीणों को उनके बोल चाल की भाषा में कोरोना वायरस की गंभीरता और गांव के कैसे वायरस से बचाना है इसकी जानकारी दे रहे है।
–आईपीएस एसएस चौहान के गीतों का काफी असर
श्री चौहान कस्बों, गांव में पहुंचकर ग्रामीणों के बीच गीत गाते है, उन्हें बीत के माध्यम से जागरूक करते है और उनका मनोबल बढते है। इस तरह से श्री चौहान ने शहरी इलाकों में भी कार्य किया है। उन्होंने पुलिस महकमें भी सभी अफसर और कर्मचारियों को गीत संगीत के माध्यम से उत्साह बनाए रखने का कहा है। हर रोज पुलिसकर्मी गीत गातें है।
-सीहोर ग्रीन जिलों में शामिल
एक तरफ इंदौर और दूसरी तरफ राजधानी भोपाल के बीच में बसे सीहोर ग्रीन जिलों में शामिल है। यहां अब तक एक कोरोना वायरस का केस नहीं मिला है। लॉकडाउन के पहले दिन से ही जिले की सीमाएं सील है किसी को भी भीतर नहीं आने दिया जा रहा है। कोई सरकार व्यक्ति आता भी तो उनकी मेडिकल जांच की जाती है।