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कांग्रेस कार्यालय में लग रही है कलेक्टर कुर्सी की बोली: शिवराज सिंह चौहान

— मप्र में आरकजकता,सीएम कोई निर्णय नहीं ने पा रहे

 

मध्यप्रदेश। कांग्रेस कार्यालय में कलेक्टर की कुर्सी की बोली लग रही है,कलेक्टर के पद पर अपने अपने अधिकारियों को पदस्थ किया जा रहा है। यह आरोप मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर लगाए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आराजकता फैल रही है। प्रदेश की राजधानी में बीतें दस दिन से कलेक्टर नहीं हैं जो सरकार कलेक्टर पर निर्णय नही ले सकती वो प्रदेश में प्रशासन क्या चलाएंगी।

जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है तब से ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार पर हमले कर रहे है। चाहे बिजली और पानी का ममला हो चाहे लॉ एंड आर्डर का मामला हो, उन्होंने सरकार को कटघारे में खडा किया है। अब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासन पर सरकार की कमजोर पकड और अधिकारियों की पदस्थापना को लेकर हमला किया है। उन्होंने सीधा आरोप लगाया है कि कलेक्टर पद की बोली कांग्रेस के कार्यालय में बोली लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बोली लगाने के चक्कर मे ही बीतें दस दिन से राजधानी भोपाल में कलेक्टर की कुर्सी खाली और कौन कलेक्टर होगा इसकी सेंटिंग की जा रही है।

मप्र में इसी तरह से आराजकता कभी नही रही, देश के भी प्रदेश मे इस तरह की आराजकता नहीं है। सीएम कमलनाथ किसी भी मामले में निर्णय नहीं ले पा रहे है। जिसकी वजह से आराजकता फैली रही है। लॉ एंड आर्डर की स्थिति ठीक नहीं है। छोटी बच्चियों के साथ रेप कर हत्यांए हो रही हैं कैसे महिलाएं इस प्रदेश में सुराक्षित रहेंगी। अच्छे प्रदेश को कांग्रेस सरकार ने बदहाल प्रदेश कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदे?ा की जनता की समास्या पर इस सरकार ने एक बैठक तक नहीं की। गर्मी मे पानी की कमी पर हाहाकार मचा हुआ लेकिन सरकार कलेक्टर की कुर्सी का खेल खेलने में लगी है। पूर्व की बीजेपी सरकार ने ग्वालियर चम्बल को डकैतों से मुक्त किया था लेकिन अब कांग्रेस सरकार में फिर से लोगों को लूटा जा रहा है। रेत का अवैध उत्खनन खुलेआम हो रहा है,कांग्रेस नेताओं ने खदानें बांट ली है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस कांग्रेस सरकार ने मेरे मप्र की क्या हालत कर दी है। सरकार को जनता की चिंता ही नहीं है।

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