टेस्ट इतिहास में भारत की सबसे बड़ी जीत, राजकोट टेस्ट में धवस्त हुए कई रिकॉर्ड
टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को पारी और 272 रनों से मात देकर टेस्ट क्रिकेट में अपनी अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. भारतीय टीम ने राजकोट टेस्ट ढाई दिन में ही जीत लिया और 98.5 ओवरों के अंदर वेस्टइंडीज की दोनों पारियों को समेट दिया.
आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन पर काबिज भारतीय टीम ने नौसिखिया वेस्टइंडीज को धूल चटा दी. इससे पहले भारत ने इसी साल जून में अफगानिस्तान को उनके ऐतिहासिक डेब्यू टेस्ट मैच में पारी और 262 रनों से मात दी थी और साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ पारी और 239 रन से जीत दर्ज की थी.
पारी से जीतः टेस्ट में भारत की सबसे बड़ी जीत
पारी और 272 रनों से विरुद्ध वेस्टइंडीज, राजकोट, 2018
पारी और 262 रनों से विरुद्ध अफगानिस्तान, बेंगलुरु, 2018
पारी और 239 रनों से विरुद्ध श्रीलंका, नागपुर, 2017
पारी और 239 रनों से विरुद्ध, बांग्लादेश, ढाका, 2007
पारी और 219 रनों से विरुद्ध ऑस्ट्रेलिया, कोलकाता, 1998
पारी और 198 रनों से विरुद्ध न्यूजीलैंड, नागपुर, 2010
पारी और 171 रनों से विरुद्ध श्रीलंका, पल्लेकेल, 2017
टीम इंडिया ने भारत में आखिरी 3 मैचों में पारी से जीत दर्ज की
विरुद्ध श्रीलंका – भारत पारी और 239 रनों से जीता, नागपुर
विरुद्ध अफगानिस्तान – भारत पारी और 262 रनों से जीता, बेंगलुरु
विरुद्ध वेस्टइंडीज – भारत पारी और 272 रनों से जीता, राजकोट
राजकोट में जीत दर्ज कर टीम इंडिया ने घरेलू धरती पर जीत का शतक पूरा कर लिया है. अपने घर पर सबसे ज्यादा टेस्ट मैच जीतने के मामले में भारत से आगे ऑस्ट्रेलिया (238), इंग्लैंड (217) और साउथ अफ्रीका (104) की टीमें हैं.
भारत ने अपनी पहली पारी नौ विकेट के नुकसान पर 649 रनों पर घोषित कर दी थी. इसके बाद वेस्टइंडीज को पहली पारी में 181 रनों पर ढेर कर उसे फॉलोऑन के लिए बुलाया और दूसरी पारी में महज डेढ़ सत्र में मेहमानों को 196 रनों पर समेट से जीत दर्ज की. मेहमान टीम दूसरी पारी में 50.5 ओवर खेल पाई.
दूसरी पारी में भारत के लिए कुलदीप यादव ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 57 रन देकर पांच विकेट हासिल किए. पहली पारी में सबसे ज्यादा चार विकेट लेने वाले रविचंद्रन अश्विन ने दूसरी पारी में दो विकेट लिए. रवींद्र जडेजा को तीन सफलता मिली.
वेस्टइंडीज के लिए दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज कीरोन पॉवेल ने सर्वाधिक 83 रन बनाए, जिसके लिए उन्होंने 93 गेंदों का सामना किया और आठ चौके तथा चार छक्के लगाए. वेस्टइंडीज के लिए पहली पारी में रोस्टन चेज ने 53 और कीमो पॉल ने 47 रन बनाए.
भारत के लिए पहली पारी में कप्तान विराट कोहली ने 139, पृथ्वी ने 134, जडेजा ने नाबाद 100, पुजारा ने 86 रनों की पारियां खेली थीं और इसी कारण मेजबान पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा करने में सफल रही.