कासगंज: रामगोपाल यादव ने दिया यह विवादित बयान, कहा- मुस्लिम को फंसाया गया
उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के दिन उपजे तनाव के बाद हुई हिंसा का मुद्दा आज संसद में भी सुनाई दिया। राज्यसभा में समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने कासगंज की घटना को लेकर यूपी सरकार पर सांप्रयदायिकता फैलाने का आरोप लगाया जिस कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
इस बीच सदन के बाहर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने विवादित बयान देते हुए दावा किया कि कासगंज में हिंदू ने ही हिंदू को मारा और मुस्लिम के ऊपर आरोप लगा दिया। उन्होंने कहा, ‘ मुस्लिम लोगों के घरों में घुस कर मार पीट की। झूठे इल्जाम लगा कर लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है, उनकी प्रॉपर्टी को नष्ट किया जा रहा है, आग लगाई जा रही है। पुलिस कोई कार्यवाही कर नहीं रही है।…जो लोग वास्तव में दोषी हैं, जिन्होंने गोली चलाई..सब तो विडियो आ गया है….सारा सबके सामने। मार कौन रहा है? मार रहा है…हिंदू ने मारा हिंदू को और मुसलमान के ऊपर लगा दिया गया कि मारा। तीन भाइयों के खिलाफ एफआईआर है कि वे आरोपी हैं।’
जेल भेजा गया आरोपी सलीम
गणतंत्र दिवस पर कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता की हत्या के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी सलीम को गुरूवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सलीम को हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया है। इससे पहले बुधवार को एसटीएफ और पुलिस टीमों ने सलीम से पूछताछ की और हत्या में इस्तेमाल पिस्टल को बरामद किया। पूछताछ के बाद फरार चल रहे सलीम के भाई वसीम और नसीम पर भी शिकंजा कसा गया है।
यूपी सरकार ने कासगंज पर केंद्र को भेजी रिपोर्ट
कासगंज में भड़की सांप्रदायिक हिंसा पर उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेज दी है। उप्र सरकार ने हिंसक झड़पों और उसमें मारे गए एक युवक के साथ-साथ हिंसा रोकने के लिए उठाए कदमों की भी जानकारी दी है। ध्यान देने की बात है कि गृह मंत्रालय ने कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की थी।