नवरात्रि के दौरान हुई घटना, पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप
सीधी जिले में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता के पिता ने की सी.बी.आई. जांच की मांग
एसपी कार्यालय पहुंचकर किशोरी के परिजनों ने की सख्त कार्रवाई की मांग
सीधी जिले के जमोड़ी थाना क्षेत्र की एक नाबालिग किशोरी की आत्महत्या के मामले में आज परिजन भारी संख्या में एसपी कार्यालय पहुंचे। धरना देते हुए परिजनों ने आरोप लगाया कि 15 वर्षीय किशोरी के साथ गैंगरेप और ब्लैकमेलिंग की घटनाओं के कारण उसने आत्मघाती कदम उठाया। घटना से नाराज लोगों का आक्रोश देखते हुए पुलिस ने एसपी कार्यालय के गेट को बंद कर दिया, लेकिन प्रदर्शनकारियों का गुस्सा कम नहीं हुआ।
पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से बातचीत की और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। परिजनों का कहना है कि आरोपियों द्वारा किशोरी का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया जा रहा था, जिसके चलते वह मानसिक तनाव में थी। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
घटना की पृष्ठभूमि
जमोड़ी थाना क्षेत्र की 11वीं कक्षा की छात्रा ने 9 अक्टूबर को अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में उसने उन पांच लोगों के नाम लिखे थे जिन्होंने उसे ब्लैकमेल किया और मारपीट की। पुलिस ने तत्काल पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि किशोरी से जबरन अश्लील हरकत करते हुए उसका वीडियो बनाया गया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी दी गई थी।
रिश्तेदार लेकर गया था गोरियरा बांध
मामले में किशोरी के एक दूर के रिश्तेदार की भी भूमिका बताई जा रही है, जिसने घटना के दिन उसे गोरियरा बांध लेकर गया था। वहीं, अन्य आरोपियों ने मिलकर किशोरी से अभद्रता की और वीडियो बनाया।
जांच जारी
पुलिस ने बताया कि इस मामले की हर पहलू से गहराई से जांच की जा रही है। सुसाइड नोट और परिजनों के बयान के आधार पर पांचों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
15 वर्षीय सोनम साहू आत्महत्या मामला: पांच आरोपियों पर गंभीर आरोप
जिला सीधी के जमोड़ी थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय सोनम साहू की आत्महत्या का मामला सामने आया है। महिला प्र. आर. 433 किरण मिश्रा द्वारा दर्ज मर्ग क्रमांक 83/2024 के अनुसार, मृतिका के परिवार और अन्य साक्षियों के बयान के आधार पर जांच की गई। सोनम के माता-पिता और सहेली से मिली जानकारी के अनुसार, रंजीत सेन, राहुल साहू, और दीमांचल सेन ने षड्यंत्रपूर्वक सोनम को बहला-फुसलाकर गोरियरा बांध ले जाकर, वहां पंकज पाण्डेय और टिकल सिंह के साथ मिलकर उसका वीडियो बनाया, धमकाया, पैसे की मांग की और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
इन घटनाओं से आहत होकर सोनम ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा। जांच में मिले अन्य साक्ष्यों, जैसे कि सुसाइड नोट, मोबाइल फोन और वीडियो, के आधार पर पुलिस ने सभी आरोपियों को नामजद किया है।
इस आत्महत्या के बाद पुलिस ने टिकल सिंह, पंकज पाण्डेय, रंजीत सेन, राहुल साहू, और दीमांचल सेन के खिलाफ धारा 194 बी. एन. एस. एस, धारा 137(2), 74, 308(2), 107, 61(2), 3(5) बी. एन. एस, और 7/8 पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
घटना की सूचना मृतिका के रिश्तेदार हिन्छलाल साहू द्वारा दी गई थी, जिन्होंने बताया कि सोनम को 9 अक्टूबर 2024 की शाम करीब 6 बजे अपने घर के कमरे में फांसी पर लटका पाया गया। जांच के दौरान पुलिस ने घटना स्थल का पंचनामा तैयार किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
पीड़ित पिता ने मीडिया के माध्यम से लगाई मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भोपाल से न्याय की गुहार सीबीआई जांच की करी मांग
सीधी (मध्य प्रदेश) – पड़रा गांव के सुरेश साहू ने अपनी 15 वर्षीय बेटी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला से सी.बी.आई जांच की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि नवरात्रि के पावन पर्व पर उनकी बेटी के साथ घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया और पुलिस इस मामले में दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है। सुरेश साहू ने कहा कि अब तक आरोपियों पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया, जिससे उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरोसा नहीं रहा। उन्होंने उप मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि उनकी बेटी को न्याय मिल सके।
ई खबर मीडिया के लिए देव शर्मा की रिपोर्ट