छत्तीसगढ़ चुनाव: 66 के हुए रमन सिंह, क्या जमाएंगे विजयी चौका?
छत्तीसगढ़ में चुनावी सरगर्मी तेज है, विधानसभा चुनाव के पहले चरण में एक महीने से भी कम का समय बचा है. पिछले करीब 15 साल से राज्य की सत्ता पर काबिज रमन सिंह के सामने जीत का चौका लगाने की चुनौती है. इस चुनौती के बीच आज (15 अक्टूबर, सोमवार) वह अपना जन्मदिन मना रहे हैं. जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने उन्हें बधाई दी.
जब से छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ है और तभी से यहां भारतीय जनता पार्टी का सिक्का चलता आया है. राज्य गठन के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में जब बीजेपी ने रमन सिंह को अपना चेहरा घोषित किया तब किसी ने सोचा नहीं था कि वह ऐसे कुर्सी पर बैठेंगे कि उन्हें हटाना ही मुश्किल हो जाएगा.
2003 में मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही रमन सिंह ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. वह लगातार बहुमत के साथ राज्य में जीत दर्ज करते आए और पार्टी में उनका कद भी बढ़ता गया. अब जब वह एक बार चुनाव की दहलीज पर खड़े हैं, तो उनके सामने चुनौती है कि वह राज्य में फिर पार्टी को विजय दिलवाएं.
कैसा रहा रमन सिंह का राजनीतिक सफर…?
> 15 अक्टूबर, 1952 को जन्मे रमन सिंह ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनसंघ के युवा सदस्य के तौर पर की थी. रमन सिंह 1990, 1993 में मध्यप्रदेश से विधानसभा सदस्य चुने गए थे.
> 1999 में राजनांदगांव से लोकसभा चुनाव जीता, अटल सरकार में उन्हें वाणिज्य-उद्योग राज्य मंत्री भी बनाया गया.
> छत्तीसगढ़ के गठन के बाद जब पार्टी राज्य में अपना चेहरा तलाश रही थी, तब बीजेपी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी सौंपी. 2003 में राज्य में हुए पहले चुनाव में उन्होंने पार्टी को बहुमत से जीत दिलवाई.
> 2003 में रमन सिंह, छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे मुख्ममंत्री बने जो विधानसभा चुनाव जीत कर आए थे. तब से लेकर अब तक वो राज्य के मुख्यमंत्री हैं.
> रमन सिंह लंबे समय मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले नेताओं में से एक हैं. वह 14 साल, 309 दिन से राज्य के मुख्यमंत्री हैं.