करोड़ों की धोखाधड़ी के आरोपी विशाल मोदी के लिंक विदेशों से जुड़े निकले
रायपुर। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उप्र, कर्नाटक, असम, तेलंगाना आदि राज्यों में सिटी एक्सप्रेस कोरियर और कई कंपनियों की फ्रेंचाइजी के नाम पर 200 करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में 13 दिन पहले रायपुर पुलिस के हत्थे चढ़े जालसाज विशाल उर्फ सुनील मोदी के लिंक विदेशों से जुड़े निकले हैं। रायपुर सेंट्रल जेल में बंद इस शातिर ठग की तलाश पांच राज्यों की पुलिस कर रही है। अभी तक वह किसी के हाथ नहीं लगा है।
अब महाराष्ट्र, उप्र, कर्नाटक, तेलगांना तथा असम की पुलिस ने रायपुर पुलिस से संपर्क कर पूछताछ करने के लिए यहां आने की जानकारी दी है। अफसरों का कहना है कि अगले हफ्ते तीन राज्यों की पुलिस यहां आकर जेल में बंद विशाल से पूछताछ करेगी। उसे ट्रांजिट रिमांड पर भी ले जाने की भी संभावना है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आधा दर्जन से अधिक राज्यों में कोरियर कंपनी की फ्रेंचाइजी देने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले जालसाज विशाल मोदी उर्फ राहुल की तलाश पिछले तीन साल से पांच राज्यों की पुलिस कर रही थी। उसे पकड़ना तो दूर, उसका असली नाम और एक तस्वीर तक पुलिस को नहीं मिल पाई है। मूलत: गाजीपुर के रहने वाले विशाल मोदी ने रायपुर के अशोक चतुर्वेदी समेत 10 से अधिक लोगों को कोरियर कंपनी की फ्रेंचाइजी दिलाने का झांसा देकर 90 लाख रुपए ठग लिए थे। ठगी के पैसे से विशाल ने कई बार विदेश-यात्राएं की हैं।
विदेश में खपाए ठगी के पैसे
पुलिस का दावा है कि विशाल मोदी ने ठगी के 200 करोड़ रुपए दुबई, अमेरिका में किसी कारोबार में खपाया है। पूछताछ में उसने कई अहम जानकारी दी है। लिहाजा उसके विदेशी लिंक को खंगाला जा रहा है। विशाल के साथ उसके दफ्तर में काम करने वाले यूपी, राजस्थान, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के छह लोगों को पुलिस ने धोखाधड़ी मामले में आरोपी बनाया है। उनकी भी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।
जिसे ठगा, उसी के जाल में फंसा
शातिर जालसाज विशाल के बारे में यह चौंकाने वाली जानकारी यह मिली है कि दो साल पहले नोएडा में उसने एक एमबीबीएस छात्रा को लाखों का मुनाफा कमाने का झांसा देकर उससे 3 लाख रूपए ठग लिए थे। इस छात्रा ने उसे गिरफ्तार करवाने फेसबुक का सहारा लिया। अपनी एक सहेली की फेसबुक आईडी बनाकर जालसाज को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उससे दोस्ती की, फिर घंटों चैट कर वीडियो कॉलिंग पर लंबी बात की। विश्वास जमाने के बाद रायपुर पुलिस की मदद लेकर छात्रा ने उसे पकड़वाया