92 साल की मां को झुलसाती धूप में बेटों ने घर से निकाला
जीवन की सांझ देख रही एक बुजुर्ग महिला को छोटे बेटे ने घर से निकाल दिया और बड़े बेटे ने भी रखने से इनकार कर दिया। पंडरी के गांधी नगर निवासी महिला को 41 डिग्री तापमान में चिलचिलाती धूप के बीच सड़क पर छोड़ दिया।
अपना सामान लिए 92 साल की श्यामबती सड़क पर लोगों से मदद मांगते नजर आई। इतना ही नहीं, तमाशबीन बने बेटे मां की पीड़ा को देखते रहे। यह देख लोगों को वृद्धा पर दया आ गई। गर्मी को ध्यान में रखते हुए रैन-बसेरा समुदायिक भवन में उनके रहने की व्यस्था की गई।
छोटे बेटे ने बेच दिया घर
मोहल्ले वालों ने बताया कि कुछ वर्षों पूर्व वृद्ध महिला के पति की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद दोनों बेटों में विवाद चलता रहा। इसी बीच छोटे बेटे ने मां को अपने साथ रखने की बात कह कर मकान अपने नाम करा लिया और फिर बेच दिया। इसके बाद वह किराये के मकान में अलग रहने लगा, कुछ दिनों तक तो मां को अपने साथ रखा। अब उसे सड़क में छोड़ दिया है। दूसरा बेटा भी मां को साथ नहीं रखना चाहता।
वृद्धा मां ने बताया अपना दर्द
लड़खड़ाती जुबान और आंखों में आंसू लिए महिला ने नईदुनिया टीम के साथ अपने दर्द को साझा किया। उन्होंने बताया कि दोनों बेटों ने आपसी विवाद में मुझे घर से बाहर निकाल दिया है। इस उम्र में अब मैं कहां जाऊं, न ही मेरे पास रहने की व्यवस्था है, न ही खाने की।
मां का भी कर दिया बंटवारा
लाचार मां से मिलने के बाद नईदुनिया प्रतिनिधि ने उनके दोनों बेटों से भी मुलाकात की। बातचीत में दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते रहे। कोई भी मां को अपने साथ नहीं रखना चाहता। दोनों ने हिस्से-बंटवारे के साथ मां की जिम्मेदारी की गठरी भी एक-दूसरे पर लाद दी है, लेकिन दोनों में से कोई इस जिम्मेदारी को उठाने के लिए तैयार नहीं है। बड़े बेटे ने कहा कि मकान का पूरा स्र्पया छोटे भाई के पास है, तो मैं मां को क्यों अपने साथ रखूं।