राफेल डील के बाद मोदी के बेस्ट फ्रेंड को एक और सौगात: राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अनिल अंबानी को पीएम नरेंद्र मोदी का बेस्ट फ्रेंड (BFF) बताते हुए एक ट्वीट किया है. ट्वीट के मुताबिक, ‘यदि आप पीएम मोदी के बेस्ट फ्रैंड हैं तो बिना अनुभव के भी आप राफेल डील में 1,30,000 करोड़ कमा सकते हैं लेकिन जरा ठहरिए ! इससे भी ज्यादा आपको कुछ मिल सकता है. अब हेल्थ इंश्योरेंस के माध्यम से जम्मू कश्मीर सरकार के 4 लाख सरकारी कर्मचारियों की कमाई आपकी जेब में आ सकती है.’ राहुल गांधी ने ये आरोप एक अंग्रेजी वेबसाइट में प्रकाशित खबर को लेकर लगाया है.
एक अंग्रेजी वेबसाइट में दावा किया गया है कि जम्मू कश्मीर सरकार ने ‘ग्रुप मेडिकल हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम फॉर एम्प्लायीज, पेंशनर्स एंड जर्नलिस्ट’ स्कीम की 20 सितंबर को ऐलान किया था. इसके लिए अनिल अंबानी रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी को काम मिला. इसमें एम्प्लायी के लिए सालाना प्रीमियम राशि 8,777 रुपये और पेंशनर्स के लिए 22,229 रुपये निर्धारित की गई है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इस स्कीम के माध्यम से अंदाजा लगाया जा रहा है कि इंश्योरेंस कवरेज 6 लाख रुपये तक प्रति कर्मचारी या पेंशनर्स को सालाना मिलेगा. इसमें एक फैमिली में 5 डिपेंडेंट सदस्य माने गए हैं.
कांग्रेस लीडर सलमान निजमी ने इस इंश्योरेंस स्कीम पर सवाल उठाते हुए कहा है कि ये मोदी-रिलायंस नेक्सस का जीता-जागता उदाहरण है. राफेल डील में भी इसी तरह अनिल अंबानी को रिलायंस के जरिए फायदा पहुंचाया गया है.
इस कदम का जम्मू कश्मीर के सरकारी कर्मचारियों ने भी विरोध किया है. उनकी एम्प्लायी ज्वाइंट एक्शन कमिटी (EJAC)ने कहा है कि ये टोटली अनजस्टीफाइड कदम है और सरकारी कर्मचारियों पर बड़ा बोझ है, खासकर नॉन गजेटेड कैडर के लिए. उन्होंने इसे ‘अनफेयर, अनजस्टिफाइड और अनएक्सेप्टेबल’ बताया है. उन्होंने मांग की है कि किसी खास कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए ये सारा खेल खेला गया है जिसे तत्काल वापस लेना चाहिए.
राफेल डील में पहले से ही मोदी, विपक्ष के निशाने पर हैं. अब इस स्कीम के माध्यम से कांग्रेस को फिर से पीएम मोदी को घेरने का मौका मिला है. यही कारण है जम्मू कश्मीर के लोकल कांग्रेसी नेताओं के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस डील को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट कर दिया है. आज ही संभवत: मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में चुनाव की घोषणा हो सकती है. ऐसे में राफेल के अलावा कांग्रेस के पास बीजेपी को घेरने के लिए ये एक और हथियार साबित हो सकता है.