राफेल डील पर आक्रामक हुए अमित शाह, राहुल गांधी पर दागे 3 सवाल
केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी के लिए शुक्रवार का दिन राहत भरा रहा. राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद बीजेपी उत्साह में है और अब वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमलावर हो गई है. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने राफेल पर सरकार को घेरने वाले राहुल से इस संबंध में 3 सवाल दागे हैं.
शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने हर सभा में हर नुक्कड़ पर राफेल सौदे को लेकर सवाल उठाए गए थे. कांग्रेस के 10 साल के शासन में 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले हुए थे. उन्होंने यह भी कहा कि झूठ के पैर नहीं होते हैं, हमेशा सत्य की ही जीत होती है. चार याचिकाओं में तीन मुद्दों पर सवाल उठाए गए थे. निर्णय प्रक्रिया, ऑफसेट और दाम, तीनों ही मसलों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्लीन चिट दी है.
पहला सवाल
इस दौरान राहुल पर निशाना साधते हुए शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष से सवाल किया और कहा कि वह अपने सूचना का आधार (सोर्स ऑफ इन्फॉर्मेशन) बताएं. उन्होंने जितनी भी बातें जनता के सामने रखीं, आखिर उनके पास ऐसी सूचनाओं के आधार क्या थे, इसको बताना चाहिए. आपको सूचना कौन देता था, जिसके आधार पर आप इतने बड़े आरोप लगाते थे.
दूसरा सवाल
शाह का राहुल से दूसरा सवाल यह था कि राफेल डील में देरी क्यों हुई? उन्होंने सवाल दागते हुए कहा कि 2001 में जब आपकी सरकार थी तब वायुसेना ने विमान की जरुरत बताई थी. 2004 में प्रक्रिया शुरू हो गई, 2007 में प्रक्रिया को फाइनल करने की शुरुआत की गई. 2007 से 2014 तक यह डील फाइनल क्यों नहीं हो सकी? इसका जवाब राहुल गांधी और कांग्रेस- दोनों दें.
तीसरा सवाल
राफेल डील नहीं हो पाने को लेकर कमीशन की बात उठाते हुए शाह ने राहुल से पूछा कि क्या इसमें कुछ तय होना बाकी था? क्या कमीशन की राशि तय होनी थी? यह बात उन्हें सामने रखनी चाहिए. उनकी सरकार ने सरकार-टु-सरकार डील क्यों नहीं की? कांग्रेस ने अपनी हर डील में बिचौलिए को शामिल किया. जबकि मोदी सरकार ने बिचौलियों को हटाकर सरकार-टू-सरकार डील की, कांग्रेस सरकार ने ऐसा क्यों नहीं किया?
3 सवाल दागने के बाद अमित शाह ने राहुल गांधी से कहा कि उन्होंने देश की जनता को गुमराह किया है, इसके लिए आपको देश और सेना से माफी मांगनी चाहिए.