प्रियंका गांधी ईसाई है इसलिए उन्हें विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाए…
— वाराणसी के कुछ वकिलो ने जिला मजिस्ट्रेट को पत्र सौंप कर की मांग
प्रियंका गांधी ईसाई है इसलिए उन्हें काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाए। उनकी पूजा,प्रर्थना की जगह चर्च है। यह मांग वाराणसी के कुछ वकीलो द्वारा उप्र सीएम योगी आदित्यनाथ को संबोधित जिला कलेक्टर को सौंप गए पत्र में की गई है।
वाराणसी के कुछ वकीलों ने पत्र में लिखा है कि प्रियंका गांधी अपनी गंगा यात्रा के समाप्ती पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव का दर्शन करने जाएंगी। उन्हें भगवान शिव के दर्शन करने से राका जाए,क्यों कि सनातन धर्म के प्राचीन मूल्यों के अनुसार अन्य धर्म के व्यक्ति को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जा सकता है। इस पत्र मे प्रियंका गांधी को इसाई धर्म से होना बताया गया है। वकीलो द्वारा की जा रही इस मांग ने नयी बहस को जन्म दे दिया है। वाराणसी में रहने वालों लोगों का कहना है कि मंदिर में आने से कभी भी धर्म नहीं पूछा गया,जो आया उसे भगवान के दर्शन हुए। काशी विश्वनाथ मंदिर में तो हर दिन कई धर्म के लोग भगवान के दर्शन करते है,यह देश विदेश के रहने वाले है। यह सब बातें बकवास है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने सोमवार 18 मार्च 2019 से उत्तरप्रदेश में प्रयागराज मनैया घाट से गंगा यात्रा शुरू की है। तीन दिन की यात्रा में प्रियंका गंगा के विभिन्न घाटों पर जाएगी। वे नाव से यात्रा कर वाराणसी के अस्सी घाट पहुंचगी जहां कार्यकताओं से मुलाकत कर काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंकर भगवान शिव के दर्शन कर यात्रा का समापन करेंगी। अपनी इस 100 किलोमिटर की यात्रा में प्रियंका गांधी उन मंदिरों मे जा रही जो रास्तें में है, लोगो,कार्यकर्ताओ सक बात कर रही है। उनका अपनेपन का अहसास करवा रही हैं।