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PM मोदी ने शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे को फोन कर धन्यवाद कहा, बनेगी बिगड़ी बात?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा के उपसभापति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने के लिए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का धन्यवाद अदा किया है. फिलहाल एनडीए के इन दोनों सहयोगियों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं चल रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि मोदी के फोन कॉल से रिश्ते फिर से सामान्य हो जाएंगे.

बता दें कि गुरुवार को राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में जेडीयू से राज्यसभा सांसद हरिवंश सिंह ने विपक्ष की ओर से कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद को मात दी थी. हरिवंश के पक्ष में कुल 125 वोट पड़े तो वहीं बीके हरिप्रसाद के पक्ष में कुल 101 वोट पड़े. 16 सदस्य गैरहाजिर रहे और 2 सदस्यों ने वोट नहीं किया.

राज्यसभा के उपसभापति के एनडीए उम्मीदवार को शिवसेना के सांसदों का भी समर्थन मिला था. इससे पहले, इसी सत्र में शिवसेना ने लोकसभा में केंद्र सरकार के खिलाफ पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव के समय वोट नहीं देकर मोदी सरकार को अपनी नाराजगी जताई थी.

केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट करने के लिए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी. उम्मीद की जा रही थी कि इसके बाद शिवसेना सरकार को बचाने के लिए समर्थन में वोट करेगी. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ.

पिछले कुछ समय में दोनों दलों के बीच आई तल्खी का अंदाजा शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादकीय से भी लगाया जा सकता है. एनडीए का घटक दल होने के बावजूद शिवसेना के मुखपत्र में एनडीए सरकार की आर्थिक, विदेश नीतियों के अलावा घरेलू मामलों पर भी निशाना साधा जाता है.

इसके अलावा, दोनों दल महाराष्ट्र में अकेले ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. इसके संकेत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले महीने के अंत में दिए थे. शिवसेना के अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से दूरी बनाने के बाद से ही अमित शाह नाराज बताए जा रहे हैं. अमित शाह ने अविश्वास प्रस्ताव से एक दिन पहले ही शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को फोन किया था. उसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि शिवसेना सरकार को समर्थन देगी, लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया.

अविश्वास प्रस्ताव के दौरान शिवसेना के बर्ताव से नाराज अमित शाह ने कुछ दिनों पहले मुंबई में महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं से कहा है कि जिस तरह बीते कुछ समय से शिवसेना का व्यवहार रहा है, खासकर अविश्वास प्रस्ताव में अनुपस्थित रहकर, उसके बाद हमें महाराष्ट्र में अकेला चुनाव लड़ना पड़ सकता है. इसलिए हमें सभी 48 लोकसभा सीटों पर तैयार रहना चाहिए.

अमित शाह ने महाराष्ट्र बीजेपी नेतृत्व से कहा है कि सभी 48 सीटों पर लोकसभा प्रभारियों की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए. आपको बता दें कि शिवसेना पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह 2019 का चुनाव अकेले ही चुनाव लड़ेगी.

आपको बता दें कि एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने से पहले सामना में लिखा गया था कि इस समय देश में तानाशाही चल रही है. इसका समर्थन करने की जगह वह जनता के साथ जाना चाहेगी.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के समय से ही शिवसेना और बीजेपी के संबंध उतार-चढ़ाव भरे रहे हैं. अमित शाह के इन संबंधों को सुलझाने की कोशिश का नतीजा सकारात्मक नहीं दिखा. अब पीएम मोदी ने उद्धव ठाकरे से बात की है तो माना जा सकता है कि दोनों दलों के रिश्ते सामान्य हो सकेंगे. 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले दोनों दलों का साथ आना एनडीए के लिए काफी अहम होगा.

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