बीजेपी अगर 2019 में जीतना चाहती है तो राम मंदिर बनवाए: परमहंस दास
भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में राम मंदिर का निर्माण एक अहम मुद्दा रहा है लेकिन अब पार्टी से सुर बदले नजर आते हैं. पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बान नकवी ने अपने संबोधन में कहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ विकास ही सबसे अहम मुद्दा होगा. इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महंत परमहंस दास ने बीजेपी को चेतावनी दी और कहा कि पार्टी को जीत के लिए मंदिर निर्माण कराना होगा.
परमहंस दास ने कहा कि अगर 2019 में बीजेपी को सत्ता में वापसी करनी है तो उन्हें अयोध्या में राम मंदिर का निर्णाण करना होगा, नहीं तो हम आंदोलन करेंगे ताकि वो चुनाव हार जाएं. नरेंद्र मोदी की अगुवाई में पार्टी विकास का नारा देती आई है ऐसे में राम मंदिर से किनारा करना बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है.
राम मंदिर का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है और इस पर नियमित सुनवाई की जा रही है. बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता कोर्ट के रास्ते राम मंदिर निर्माण की पैरवी कर चुके हैं लेकिन हिन्दू धर्म गुरू इसे आस्था का विषय मानते हैं. यही वजह है कि वह अयोध्या में जल्द से जल्द मंदिर का निर्माण चाहते हैं. इस एक वजह योगी आदित्यनाथ का यूपी में मुख्यमंत्री पद पर काबिज होना भी है.
महंत से मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ अयोध्या में राम मंदिर के पक्षधर रहे हैं और सूबे में उनकी सरकार के गठन के बाद अयोध्या में विकास कार्यों ने जोर भी पकड़ा है. इसके अलावा हिन्दू देवी-देवताओं की धरती आयोध्या, वारणसी, मथुरा का महत्व मौजूदा सरकार में और बढ़ गया है. बावजूद इसके मंदिर निर्माण को पीछे छोड़ विकास को तरजीह देकर बीजेपी एक बड़े वर्ग को नाराज कर सकती है.
क्या बोले थे नकवी
गोवा के पणजी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नकवी से पूछा गया था कि क्या 2019 में बीजेपी हिन्दुत्व और राम मंदिर के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी. इसपर नकवी ने कहा, ‘विकास, विकास, विकास सिर्फ एक ही मुद्दा होगा.’ साथ ही उन्होंने कहा कि 2019 में प्रधानमंत्री पद के लिए कोई जगह खाली नहीं है. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल लोकसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन की सत्ता बरकरार रहेगी.