पेट्रोल, डीजल की महंगाई से राहत की उम्मीद, अभी और कम हो सकते हैं दाम
पेट्रोल और डीजल के दाम में मंगलवार को लगातार छठे दिन गिरावट जारी रही। अंतररार्ष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में पिछले पांच सप्ताह से नरमी देखी जा रही है, जिसके कारण पेट्रोल के दाम में देश के चार प्रमुख महानगरों में रिकॉर्ड ऊंचाई से करीब साढ़े छह रुपये से साढ़े आठ रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम में सवा तीन रुपये से लेकर करीब साढ़े चार रुपये प्रति लीटर की कमी दर्ज की गई है।
आईएएनएस के अनुसार, एंजेल ब्रोकिंग हाउस के इनर्जी व करेंसी रिसर्च मामलों के जानकार अनुज गुप्ता का आकलन है कि कच्चे तेल के दाम में आगे चार से छह डॉलर प्रति बैरल की कमी आ सकती है, जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती का सिलसिला जारी रह सकता है। दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में मंगलवार को पेट्रोल 13 पैसे और चेन्नई में 14 पैसे प्रति लीटर सस्ता हो गया। डीजल का भाव दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में 12 पैसे प्रति लीटर घटा, जबकि चेन्नई में डीजल सोमवार के मुकाबले 13 पैसे सस्ता हुआ है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में सोमवार को पेट्रोल के दाम क्रमश: 77.43 रुपये, 79.36 रुपये, 82.94 रुपये और 80.42 रुपये प्रति लीटर दर्ज किए गए हैं। चारों महानगरों में डीजल क्रमश: 72.19 रुपये, 74.05 रुपये, 75.64 रुपये और 76.30 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
चार अक्टूबर को पेट्रोल और डीजल का दाम रिकॉर्ड उच्च स्तर पर चला गया था, जब दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 84 रुपये, 85.80 रुपये, 91.34 रुपये और 87.33 रुपये हो गई थीं। चारों महानगरों में पेट्रोल के दाम में चार अक्टूबर के रिकॉर्ड उच्च स्तर से क्रमश: 6.57 रुपये, 6.44 रुपये, 8.40 रुपये और 6.91 रुपये प्रति लीटर की कमी आई है।
डीजल भी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में चार अक्टूबर को क्रमश: 75.45 रुपये, 77.30 रुपये, 80.10 रुपये और 79.79 रुपये प्रति लीटर की रिकॉर्ड उंचाई पर चला गया था। उसके बाद से दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में डीजल के दाम में क्रमश: 3.26 रुपये, 3.25 रुपये और 3.49 रुपये प्रति लीटर की कमी आई है तो मुंबई में डीजल 4.46 रुपये प्रति लीटर सस्ता हुआ है।
तेल का दाम रिकॉर्ड उच्च स्तर पर जाने के बाद केंद्र सरकार ने तेल की महंगाई से लोगों को राहत दिलाने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.5० रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी। सरकार ने तेल पर एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी, जबकि एक रुपये प्रति लीटर की कटौती का बोझ तेल कंपनियों को उठाने को कहा था। केंद्र सरकार की ओर से तेल के दाम में कटौती की घोषणा के बाद भारतीय जनता पाटीर् शासित महाराष्ट्र, झारखंड समेत कई राज्यों की सरकारों ने भी तेल पर मूल्य वर्धित कर यानी वैट घटाया था।
बाजार के जानकार बताते हैं कि कच्चे तेल के दाम में अभी नरमी रहने के आसार दिख रहे हैं, इसलिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है। अंतरार्ष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बना हुआ है। वहीं, अमेरिकी क्रूड डब्ल्यूटीआई का भाव भी 6० डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है। अंतरार्ष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव अक्टूबर में चार साल के उच्च स्तर पर चला गया था, उसके बाद कीमतों में करीब 2० फीसदी की गिरावट आई है।