उड़ीसा हाईकोर्ट के पूर्व जज पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उड़ीसा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज इशरत मसरूर कुद्दुसी के खिलाफ अब मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है. पूर्व जज कुद्दुसी पर लखनऊ के एक मेडिकल कॉलेज में छात्रों के एडमिशन की अनुमति के लिए दायर याचिका की सुनवाई के दौरान फैसले के लिए पैसे लेने का आरोप है.
सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी में केस दर्ज होने से पिछले सप्ताह भूचाल आ गया था. ईडी ने 20 सितंबर को कुद्दुसी और पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके ठिकानों की तलाशी ली थी. सीबीआई और ईडी के सूत्रों के मुताबिक कुद्दुसी और अन्य आरोपियों ने ये पूरा मामला रफा-दफा करने के लिए मेडिकल कॉलेज से तीन करोड़ रुपये की मांग की थी. जांच कर रही टीम ने तकरीबन 80 फोन कॉल्स रिकॉर्ड करने के बाद यह कार्रवाई की. सीबीआई कुद्दुसी की आवाज से इन कॉल्स का मिलान कर चुकी है.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने पूर्व जज के पास से 1.86 करोड़ रुपये समेत कुछ अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं. इस समय सभी 6 आरोपी जमानत पर जेल से बाहर हैं. बेल मिलने के बाद से सीबीआई पूर्व जज से दो बार पूछताछ कर चुकी है.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक जांच में पता चला है कि कुद्दुसी ने आरोपी बीपी यादव से पहली किस्त का पैसा ले लिया था. इस समय उनका ‘रेट’ तीन करोड़ रुपये चल रहा था. सीबीआई दो अन्य आरोपियों को रिमांड पर लेना चाहती है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि मनी लॉन्ड्रिंग का यह पैसा किस माध्यम से और किस-किस को दिया गया था.
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस उन 46 कॉलेजों में से एक है, जिसे सरकार ने मानक पूरा न करने के मामले में ब्लैकलिस्ट कर रखा है. इन कॉलेजों में नए एडमिशन पर रोक लगी हुई है.
आपको बता दें कि मेडिकल एडमिशन घोटाले के मामले में एजेंसी ने जिन 5 लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें रिटायर्ड जस्टिस इशरत मसरूर कुद्दूसी, बिचौलिया बिश्वनाथ अग्रवाल, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के मालिक- बीपी यादव और पलाश यादव के अलावा हवाला ऑपरेटर राम देव सारस्वत शामिल है. इससे पहले इन पर आपराधिक षडयंत्र के आरोप में केस दर्ज किया गया था. कुद्दुसी के वकील विजय अग्रवाल ने इस मामले में अब कुछ भी टिप्पणी करने से मना कर दिया है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट में मेडिकल कॉलेज में दाखिले का मामला चल रहा है. इस मामले में CBI ने बड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ के प्रसाद इंस्टीट्यूट समेत देश के 9 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके अलावा उड़ीसा हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज आईएम कुद्दूसी समेत 6 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया. CBI के अधिकारियों ने इस छापेमारी के दौरान कुद्दूसी के दक्षिणी दिल्ली में ग्रेटर कैलाश स्थित घर समेत सभी जगहों से कुल 1.91 करोड़ रुपये बरामद किए थे. इनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में केस दर्ज किया गया.