मुजफ्फरपुर कांड: जवाब देने की बजाय मीडिया पर सवाल दागते रहे नीतीश
बिहार के मुजफ्फरपुर में जो 34 लड़कियों के साथ जो हुआ उससे पूरा देश शर्मसार है. इस मामले को लेकर बिहार सरकार कटघरे में थी. सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. नीतीश करीब एक घंटे तक मीडिया के सवालों का जवाब देते रहे, लेकिन सीबीआई जांच के नाम पर उन्होंने इससे पल्ला झाड़ने की कोशिश ही की.
नीतीश की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके सबसे ज्यादा निशाने पर विपक्ष और मीडिया रहा. कई सवालों का जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने इस बात का जिक्र किया कि जिन्हें इस शेल्टर की जिम्मेदारी दी गई थी, उनका बैकग्राउंड पत्रकारिता का था. ऐसे में हम ये कैसे पता लगा सकते थे, कि कोई इंसान कैसा है.
नीतीश ने इस दौरान लगातार विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब मामला सामने आया, तो हमने तुरंत इसे सीबीआई जांच के लिए भेज दिया. हम खुद चाहते हैं कि इस मसले की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में हो. नीतीश बोले कि जो विपक्ष इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहा है वो वहां पर ही हंस रहा है. तो ये कैसी संवेदनशीलता है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई बार पत्रकारों ने नीतीश से पूछा कि अगर बिहार पुलिस ठीक काम कर रही थी, तो सीबीआई को जांच क्यों सौंपी गई. इस पर नीतीश ने कहा कि अब ये मसला नहीं है, अब जांच सीबीआई को दे दी गई है.
जब उनकी छवि पर सवाल दागा गया तो नीतीश ने उल्टा पत्रकारों से ही पूछ लिया. नीतीश ने पूछा कि आपकी छवि पर क्या असर पड़ा, आप भी तो बिहारी हो.
गौर हो कि पूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सुशासन बाबू का बिहारी अंदाज दिखा. बिहारी बोली में नीतीश तपाक से हंसते-मुस्कराते हुए पत्रकारों को जवाब दे रहे थे. कभी सवाल टाल रहे थे, तो कुछ को आगे ही बढ़ा रहे थे. एक ओर तो नीतीश ने विपक्ष को इस मुद्दे पर संवेदनशीलता दिखाने की बात कही लेकिन खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस में हल्के मूड में ही दिखे. op0