निर्भया केस के दोषी फांसी से बचने कानून से रहे खेल
दिल्ली। निर्भया केस रेप के चारों दोषी फांसी की सजा से बचने के लिए कानून से खेल रहे है। डेथ वांरट जारी होने के बाद पहले दो दोषियों ने क्यूरेटिव पिटीशन कोर्ट में दरार की थी। पिटीशन खारीज होने के बाद मुकेश ने राष्ट्रपति को दया खाचिका भेजी। शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसकी दया खाचिका खारीज कर सजा बरकार रखी। अब दो अन्य दोषी अक्षय और पवन ने अब क्यूरेटिव और दया खचिका नहीं लगाई है,इसलिए ऐसा माना जा रहा कि दोषी एक साथ खचिका न लगाते हुए अलग अलग लगाकर समय निकाल रहे है और फांसी को टालने के लिए कानून से खेल रहे है। अब अगर अक्षय और पवन क्यूरेटिव और दया खचिका लगाते है तो जनवरी में दोषियों को फांसी देना संभव न हो। इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी कहा है कि निर्भया केस के दोषी कानून से खिलवाड़ कर रहे हैं। वे जेल मैनुअल और कानून के लूप होल्स का फायदा उठाने के प्रयास कर रहे है।