ममता ने तिनसुकिया हत्याकांड को NRC से जोड़ा, ट्विटर हैंडल किया ब्लैक
कोलकाता : असम के तिनसुकिया जिले के खेरबाड़ी गांव में गुरुवार शाम को संदिग्ध उल्फा उग्रवादियों द्वारा बंगाली मूल के पांच लोगों की हत्या को तृणमूल कांग्र्रेस प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) से जोड़ दिया है।
उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के डीपी को ब्लैक कर दिया। उन्होंने फेसबुक पेज पर भी डीपी को ब्लैक कर दिया है। ममता बनर्जी ने इस हमले को लेकर असम सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल दागा कि कहीं यह हमला एनआरसी का नतीजा तो नहीं है? गुरुवार रात अपने ट्विटर हैंडल पर ममता बनर्जी ने लिखा कि असम से बेहद दुखद खबर आ रही है। हम तिनसुकिया के क्रूर हमले की घोर निंदा करते हैं।
मृतकों के परिजनों से संवेदना जाहिर करने के लिए मेरे पास शब्द ही नहीं हैं। दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए। इसके साथ ही ममता ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के डीपी और फेसबुक पेज पर भी डीपी को ब्लैक कर दिया है। ममता ने ट्विटर पर उक्त हत्याकांड के खिलाफ एकता का परिचय देने का आह्वान करते हुए लोगों से भी आग्र्रह किया कि वे अपना ट्विटर / फेसबुक डीपी ब्लैक कर दें।
तिनसुकिया हत्याकांड देश के लिए अशुभ संकेत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि असम के तिनसुकिया में जिस तरह बंगाली युवकों की नृशंस हत्या की गई वह पूरे देश के लिए अशुभ संकेत है। पूरे देश में माहौल खराब किया जा रहा है। गुजरात से बिहारियों को खदेड़ा जा रहा है तो असम में बंगालियों की हत्या की जा रही है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को उत्तर कोलकाता के गिरीश पार्क में काली पूजा मंडप का उद्घाटन करने के मौके पर ये बातें कहीं
उन्होंने कहा कि असम में जिन पांच बंगाली युवकों की नृशंस हत्या की गई वे गरीब परिवार के थे। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। तृणमूल ने किया राज्य भर में विरोध-प्रदर्शन असम के तिनसुकिया जिले के खेरबाड़ी गांव में गुरुवार शाम को संदिग्ध उल्फा उग्रवादियों द्वारा बंगाली मूल के पांच लोगों की हत्या के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया। कोलकाता से लेकर अन्य जिलों तक पार्टी कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काले कपड़े बांध कर विरोध किया और भाजपा विरोधी नारेबाजी की।