फोरम में न्यू इंडिया पर हुई चर्चा, केंद्रीय मंत्रियों ने कही ये खास बातें
नए भारत और नए मध्यप्रदेश की ओर कदम बढ़ाने के लिए आसमान-सी अनंत संभावनाओं से परिपूर्ण विकास के विविध आयामों पर नईदुनिया-नवदुनिया फोरम में मंथन हुआ। प्रदेश की राजधानी भोपाल में दिनभर चले इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का उद्धाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इसके बाद तीन केंद्रीय मंत्रियों ने संबोधित किया। जानिए खास बातें –
– नईदुनिया-नवदुनिया फोरम का शुभारंभ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित किया और जागरण समूह के पितृ पुरुष श्रद्धेय पूर्णचंद जी गुप्त एवं श्रद्धेय नरेंद्र मोहन गुप्त जी के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की।
– सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ‘चुनावी जीत के लिए विकास’ पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को अगर विकास के पथ पर ले जाना है तो इसके लिए अधोसंरचना का विकास जरूरी है। गड्ढों वाले मप्र को हमने शानदार सड़कों वाले प्रदेश में बदल दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना न्यू इंडिया का है, इसमें सबसे बड़ा योगदान मध्यप्रदेश देगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह, जागरण समूह के प्रबंध निदेशक महेंद्र मोहन गुप्त व अन्य वरिष्ठजनों ने नईदुनिया-नवदुनिया द्वारा तैयार की गई दो कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। पहली कॉफी टेबल बुक मध्यप्रदेश में नर्मदा संरक्षण व नर्मदा जल से प्रदेश की जनता के संरक्षण पोषण के प्रयासों पर आधारित है, जिसका नाम ‘नमामि देवी नर्मदे’ है।
– दूसरी कॉफी टेबल बुक बीते 15 वर्षों में मध्यप्रदेश में हुए अभूतपूर्व कृषि विकास पर आधारित है। यह मध्यप्रदेश द्वारा सिंचाई कृषि उत्पादन किसानों की आय बढ़ाने, उनके जीवन में खुशियां लाने तथा लगातार 5 वर्षों से कृषि कर्मण अवार्ड जीतने जैसे प्रयासों की कहानी कहती है। इस कॉफी टेबल बुक को ‘कृषि कर्मण’ नाम दिया गया है।
– इसके बाद केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कृषि संकट पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, असंतुलित उर्वरकों के कारण धरती बीमार हो रही है, कहीं-कहीं जहर उगल रही है। दूसरे राज्यों में गेहूं का अच्छा उत्पादन करने वाले लोग दुकान में जाकर मध्यप्रदेश का गेहूं ढूंढते हैं।
– इसके बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गांव-गरीबों के लिए केंद्र सरकार का एजेंडा स्पष्ट किया। उन्होंने कहा, जब स्वच्छता का विषय प्रधानमंत्री ने उठाया उसके बाद यह जन आंदोलन बन गया। आज 17 राज्य पूरी तरह ओडीएफ हो गए हैं।
तोमर ने कहा, 31 लाख बैंक अकाउंट खोलने के साथ प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की गई। 5 लाख 68 हजार करोड़ रुपए का लोन लोगों को इसके माध्यम से दिया गया है। इसमें 50 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं हैं। प्रधानमंत्री जी ने गांव और गरीब महिलाओं के लिए उज्जंवला योजना चलाई, डेढ़ करोड़ लोगों ने अपनी सब्सिडी छोड़ी, जिससे बड़ी संख्या में महिलाओं को गैस सिलेंडर प्राप्त हुआ। ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र में मजदूरी करने वाला गरीब आदमी सामान्य तौर पर सोचकर रखता है कि बेटी की शादी करना है, इसके लिए पैसा इकट्ठा करता है।
समापन सत्र में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में अब पेट्रोल-डीजल नहीं, इथेनॉल और इलेक्ट्रिक से चलने वाली गाड़ियां लाएंगे। छह माह में बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की आवक बढ़ जाएगी। देश का किसान पेट्रोल और डीजल की समस्या को सुलझा सकते हैं। किसान पराली जला देते हैं, जिससे इथेनॉल बनाया जा सकता है।
– गडकरी ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने पहली बार बांस को पेड़ नहीं, घास माना, जिससे किसान अब बांस की खेती कर कमाई बढ़ा सकते हैं। देश में कुल 12 एक्सप्रेस हाईवे बनाने जा रहे हैं। खेती में क्राप पैटर्न को बदलने की जरूरत है।