MP BY ELECTION : बिहार के गठबंधन की धमक मध्यप्रदेश उपचुनाव में दिखेगी
मध्यप्रदेश। बिहार में हो रहे विधान सभा चुनावों में अब सियासी दलों में गठबंधन हो रहा है। सियासी दलों द्वारा अपने मिजाज की पार्टियों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने की तैयारी की है। हालांकि अभी बिहार में गठबंधनों में और बदलाव की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है, पर अब बिहार में बसपा और आरएलएसपी के बीच हुए गठबंधन का असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल सकता है।
इस नए गठबंधन के दो प्रमुख दल बसपा सुप्रीमो मायावती और आरएलएसपी नेता उपेन्द्र कुशवाहा बिहार में एक साथ आये हैं, मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में उपेन्द्र कुशवाहा की दखलांदाजी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि मध्यप्रदेश में दोनो दलों की स्थितियों में बसपा ने अपने उम्मीदवार उतारें हैं। दूसरी ओर आरएलएसपी कुशवाहा वोटरों को प्रभावित करती रही है।
-मेंहगांव सीट पर किया था बेहतर
मध्यप्रदेश में 2018 के आम चुनावों में आरएलएसपी ने करीब आधा दर्जन से अिधक सीटों पर दांव खेलते हुए अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे, इसमें पोहरी, मेहगांव, गोहद सहित अन्य विधान सभा सीटें शामिल हैं, लेकिन उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी ने सबसे बेहतर प्रदर्शन मेंहगांव विधान सभा सीट पर किया था, जहां इस पार्टी के उम्मीदवार को 15 हजार 307 वोट हासिल हुए थे। आरएलएसपी का ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कई सीटों पर दखल है।
-तो हो सकता है उलटफेर
अब बिहार विधान सभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी और आरएलएसपी का गठबंधन हो गया है। ऐसे में दोनो पार्टियां मध्यप्रदेश में हो रहे उप चुनावों में किंग मेकर भूमिका में आने के लिए ग्वालियर चंबल क्षेत्र में उप चुनाव के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं, हालांकि अभी मध्यप्रदेश के उप चुनावों में दोनों पार्टियों के नेताओं का क्या रूख होगा, इसके लिए वक्त का इंतजार करना होगा।