इंटरव्यू : इंडिया मोटिवेशनल स्पीकर और लाइफ कोच वोम गुरु अतुल विनोद पाठक
नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको मिलवा रहा हूं इंडिया के एक जाने-माने मोटिवेशनल स्पीकर और लाइफ कोच वोम गुरु श्री अतुल विनोद पाठक जी से :
भारत के लगभग सभी बड़े शहरों और मध्यप्रदेश में अपनी मोटिवेशनल सेमिनार और यूट्यूब चैनल वोम गुरु : पर अपने प्रोग्राम्स के माध्यम से उन्होंने लाखों लोगों की जिंदगी सवारी हैं. इनके पाठको में एक से बढ़कर एक कॉरपोरेट कंपनी और सरकारी संस्था है वही देश के जाने-माने कॉलेज और स्कूल भी हैं. आइए मै भोपाल के रहने वाले वोम गुरु श्री अतुल विनोद पाठक जी से इंटरव्यू के कुछ अंश आपके साथ शेयर कर रहा हूं.
ईखबर: गुरु जी ईखबर के पाठकों को अपने बारे में कुछ बताएं आपका इस फील्ड में कैसे आना हुआ ?
वोम गुरु : लगभग 10 वर्ष की उम्र में मैंने अपने कुछ गॉड गिफ्टेड टैलेंट की खोज की , जैसे कविता लिखना संवाद करना करना, मंच पर बोलना आदि और मेरा शिक्षा में विशेष लगाव है, मेरे पिताजी एक शिक्षक थे और वह चाहते थे कि मैं भी उनकी तरह शिक्षा में केरियर बनाऊं पर मेरे दिमाग में कुछ और ही चल रहा था. मैं पिताजी से बिना फाइट किए अपने टैलेंट को खोजता रहा और प्रैक्टिस करता रहा, सीहोर जिले के छोटे से गांव नन्द्नेर में मेरा जन्म हुआ. मैं महीने में एक दो बार भोपाल के किसी न किसी कार्यक्रम में आता था और स्टेज शो में भी जाया करता था. अच्छे संवादों को घर पर ही प्रैक्टिस किया करता था धीरे-धीरे मुझे यह करना बहुत अच्छा लगने लगा था. पर अभी भी मैंने इस फील्ड में आने का कोई निश्चय नहीं किया था. पढ़ाई-लिखाई के बाद के बाद जॉब करने लगा. मैंने एक नहीं 10-12 मीडिया संस्थानों में अच्छे पदों पर कार्य किया. मीडिया में आने के बाद मुझे अपने गोल पर ध्यान देने का समय मिला और मुझे महसूस होने लगा कि मुझे मोटिवेशनल स्पीकर बनना है और लोगों की लाइफ पॉजिटिव बनानी है. यहीं से शुरुआत हुई थी और मैं साल् 2015 से पूरी तरह से इस प्रोफेशन में आ गया.
ईखबर: खुद को इस मुकाम तक ले जाने में आपके सामने कौन कौन से सबसे बड़े चैलेंज आए.
वोम गुरु : मोटिवेशन गुरु बनने में हर पल एक चुनौती थी मुझे कोई भी मोटिवेट करने वाला नहीं था. साथ देने वाला नहीं था. अपनी एक अलग पहचान बनाना बहुत कठिन होता है. पैसे तो बहुत लोग कमा लेते हैं पर पहचान और रेस्पेक्ट कमाना बहुत ही चैलेंजिंग होता है. हमारे क्षेत्र में सबसे मुश्किल काम है अपना बैकग्राउंड बनाना और बैकग्राउंड बनने के बाद ही संभव है कि लोग आपको स्वीकार करें. इसके लिए मैंने ना सिर्फ अपनी स्किल्स बढ़ाई, बल्कि कंटेंट भी ग्रूम किया. इसमें मेरे साथ प्रमोशन और मार्केटिंग एजेंसी ने काफी मेहनत की. किसी भी फील्ड में अगर आप इनिशियल फेस में स्थापित कर जाते हैं तो फिर पीछे मुड़ने की जरूरत नहीं होती. इन कठिनाइयों के होते हुए भी मैं बढ़ता रहा. आज वोम गुरु के रुप में लोगों ने मुझे स्वीकार किया है.
ईखबर: आपकी नजर में सफलता क्या है और सक्सेस को पाने के क्या महत्व है?
वोम गुरु : मैं सक्सेस के होलिस्टिक व्यू में बिलीव करता हूं मेरी नजर में वो इंसान सफल है जो अच्छी हेल्थ अर्थात स्वास्थ्य और और सच्चे संबंधों के साथ एक अर्थपूर्ण काम करने में लगा हुआ है जो उसे फाइनेंसियल स्टैंड करने के लिए पर्याप्त है. लोगों के जीवन में सुधार हो वह उन्नति के मार्ग की ओर आगे बढ़े. स्वास्थ्य की ओर आगे बढ़े, सफल रहे यही सफलता का मंत्र है .
ईखबर: सफलता कैसे पाई जा सकती है?
वोम गुरु : इंसान को रिस्क लेना आना चाहिए बहुत ज्यादा सुरक्षा खोजने वाले लोग बड़ा काम नहीं कर पाते. मैं अपने सभी मोटिवेशन वीडियो के माध्यम से बताना चाहता हूं कि पॉजिटिव एटीट्यूड में रहकर हम सफल हो सकते हैं. कई कार्यक्रमों में देखा है कि लोगों के पास टैलेंट की कमी नहीं है पर पॉजिटिव एटीट्यूड की कमी है. जो व्यक्ति असफलता और प्रेशर को हैंडल कर सकता है तो सफलता उसकी तरफ तरफ खिंची चली आती है.
ईखबर: कहते हैं सफलता पाना आसान है उसे बनाए रखना बड़ा ही मुश्किल है आपकी राय क्या है?
वोम गुरु : बिल्कुल सही बात है सफलता पाने में जितनी मेहनत लगती है उसको बनाए रखने में उस से सौ गुना ज्यादा समय लगता है.
ईखबर: आपके वीडियो और मोटिवेशनल सेमिनार से मिले मोटिवेशन को कैसे बरकरार रखा जाए?
वोम गुरु : आप सभी बातें याद नहीं रख सकते पर जैसा कि मैं अपने वीडियोज़ में कहता हूं कि पांच-सात बातें भी अगर आप अपनी जिंदगी में लागू कर सकें तो बहुत कुछ किया जा सकता है और इसके लिए जरूरी है नियमित अध्ययन और अनुशासन.
ईखबर: मोटिवेशनल वीडियो मैं कुछ लिमिटेड लोग ही देख पाते हैं ऐसे में मास् तक आप अपने संदेश कैसे पहुंचाते हैं.
वोम गुरु : मैने YouTube पर वोम गुरु चैनल के माध्यम से बहुत से वीडियो अपलोड किए हैं. लोग इनको देखकर सीख सकते हैं और सब्सक्राइब कर प्रतिक्रिया भी दे सकते हैं.
ईखबर: आप हमारे पाठकों को क्या संदेश देना चाहेंगे?
वोम गुरु : मैं सभी पाठकों को धन्यवाद और मुबारकबाद देना चाहता हूं कि वह देश के सबसे बड़े सोशल न्यूज़ चैनल ईखबर से जुड़े हैं. ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि ईखबर इस तरह ही आगे बढ़ता रहे.
ईखबर: अतुल जी बहुत-बहुत धन्यवाद आपको ऐसे ही सफलता मिलती रहे और आपके मोटिवेशन से भारत एक नई दिशा प्राप्त करें धन्यवाद!
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