मोरबी हादसा Act Of God या Act Of Fraud? पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी से किया सवाल
दिग्विजय सिंह के कहा कि लिखा कि मोदी जी मोरबी के पुल की दुर्घटना ‘Act Of God है या Act Of Fraud है?’। 6 महीने से पुल की मरम्मत हो रही थी कितना खर्च आया? 5 दिन में गिर गया।
मोरबी हादसा Act Of God या Act Of Fraud? पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पीएम मोदी से किया सवाल
गुजरात मे हुए मोरबी हादसे में करीब 180 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इस घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इसे लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात सरकार से कई सवाल किए हैं। साथ ही घटना को लेकर उन्होंने दुख व्यक्त किया है। दिग्विजय सिंह ने पुल की मरम्मत में कितना खर्च हुआ है। इसका भी हिसाब मांगा है।
दरअसल दिग्विजय सिंह ने हादसे के बाद ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘मोरबी में बहुत बड़ा हादसा हुआ है। राज्य सरकार ने इस हादसे की जिम्मेदारी ली है। 5 दिन पहले ही मरम्मत का काम पूरा हुआ था। सरकार को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। जिनकी मृत्यु हुई है, उनके प्रति हम संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। इसके साथ ही घायलों को उपचार और बचाव की पूरी व्यवस्था सरकार द्वारा होनी चाहिए।
उन्होंने लिखा कि मोदी जी मोरबी के पुल की दुर्घटना ‘Act Of God है या Act Of Fraud है?’। 6 महीने से पुल की मरम्मत हो रही थी कितना खर्च आया? 5 दिन में गिर गया। 27 वर्षों से भाजपा की सरकार है, यही आपका विकास मॉडल है। इसी साल जुलाई में कच्छ जिले के ग्राम बिदड़ा में नर्मदा नहर पहले दिन की टेस्टिंग में ही टूट गई थी।
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सिंह ने कहा कि सुजलाम सुफलाम योजना में लाखों का भ्रष्टाचार है। साल 2014 से कांग्रेस पार्टी इस योजना में हो रहे भ्रष्टाचार के बारे में आरोप लगा रही है। हर वर्ष जनता की कमाई के करोड़ों रुपये एनजीओ को तालाब सफाई के नाम से मंजूर किए जाते हैं। किए हुए काम का मेजरमेंट हो उसके पहले ही बरसात आने पर पानी भर जाता है और सारे प्रमाण नष्ट हो जाते हैं। गुजरात में रहे भ्रष्टाचार पर कोई शोध करें तो Act Of Fraud नामक पुस्तक लिखी जा सकती है।
उन्होंने लिखा कि भुज शहर का ओवरब्रिज जो आठ-नौ वर्षों से बन रहा था। उसका उद्घाटन इसी साल हुआ और उसमें फिर से मरम्मत करानी पड़ी। मुझे बताया गया है कि पूरे गुजरात में आपके चहेते ठेकेदारों को ही ठेका मिलता है। काम पूरा हो ना हो पेमेंट पूरा होता है।