कैफ ने आज ही के दिन युवराज संग लॉर्ड्स में किया था धमाका, 16 साल बाद लिया संन्यास
16 साल पहले आज ही दिन के टीम इंडिया के बेहतरीन फील्डरों में शुमार और निचले क्रम के धाकड़ बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में युवराज सिंह के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 121 रनों की पार्टनरशिप की थी और टीम इंडिया को मैच और सीरीज दोनों जिताए थे.
16 साल बाद आज ही उन्होंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास का एेलान कर दिया. मोहम्मद कैफ ने भारत के लिए आखिरी मैच करीब 12 साल पहले खेला था.
37 साल के कैफ ने 13 टेस्ट, 125 वनडे खेले थे और उन्हें लॉडर्स पर 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी फाइनल में 87 रन की मैच जिताने वाली पारी के लिए जाना जाता है.
कैफ ने बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना और कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी को ईमेल भेजकर लिखा, ‘मैं आज सभी तरह के प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं.’
वह विश्व कप 2003 में फाइनल खेलने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे. युवराज सिंह के साथ वह अंडर 19 क्रिकेट से चमके थे. उत्तर प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी जीतने वाले कैफ ने आखिरी प्रथम श्रेणी मैच छत्तीसगढ़ के लिए खेला था.
उन्होंने लिखा, ‘नेटवेस्ट ट्रॉफी में मिली जीत को 16 साल हो गए हैं और आज मैं संन्यास ले रहा हूं. मैं भारत के लिए खेलने का मौका दिए जाने के लिए बोर्ड का शुक्रगुजार हूं.’
सौरव गांगुली की अगुवाई में भारतीय टीम जब भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सुनहरे पन्ने लिख रही थी, तो युवराज के साथ कैफ उसका अभिन्न अंग थे. कैफ ने 13 टेस्ट में 32 की औसत से 2753 रन बनाए. वहीं 125 वनडे में उनका औसत 32 रहा.
कैफ हिंदी क्रिकेट कमेंटेटर के रूप में करियर की दूसरी पारी शुरू कर चुके हैं.