छत्तीसगढ़ में इंतजार करते रह गए मंत्री, नहीं पहुंचे नवा रायपुर के आंदोलनकारी किसान
रायपुर । नवा रायपुर में आंदोलन कर रहे वहां के प्रभावित किसानों को सरकार ने गुरुवार को वार्ता के लिए बुलाया था। बैठक आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर के श्ांकर नगर स्थित सरकारी आवास पर रखी गई थी। वहां मंत्री डा. शिव कुमार डहरिया और अभनपुर विधायक धनेंद्र साहू के साथ अफसर भी मौजूद थे। मंत्री और विधायक काफी देर तक इंतजार करते रहे, लेकिन आंदोलनकारी किसानों का प्रतिनिधिमंडल चर्चा के लिए नहीं पहुंचा। किसानों का आरोप है कि बैठक की विधिवत सूचना ही नहीं दी गई।
किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर ने बताया कि दो बजे बैठक रखी गई थी। इसकी सूचना मंत्री डा. डहरिया ने एक बजकर 55 मिनट और दो बजकर पांच मिनट पर वाट्सएप के जरिये दी। ऐसे में हम कैसे बैठक में शामिल हो सकते थे? इधर, मंत्री डहरिया ने बताया कि बैठक में किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष चंद्राकर व कार्यकारी अध्यक्ष समिति की उपस्थिति के लिए पूर्व सहमति प्रदान की गई थी।
डा. डहरिया ने बताया कि किसान कल्याण समिति ने बैठक में उपस्थिति के लिए लिखित में पत्र देने कहा। लिखित में भी बैठक में उपस्थिति की सूचना दी गई, लेकिन किसान कल्याण समिति के पदाधिकारी उपस्थित नहीं हुए। अब किसान कल्याण समिति से चर्चा उपरांत फिर अलग से तिथि निर्धारित की जाएगी।
बता दें कि पिछले दिनों वन मंत्री अकबर ने छेरछेरा के पावन पर्व के अवसर पर उनके शंकरनगर स्थित शासकीय निवास कार्यालय छेरछेरा मांगने आए नवा रायपुर के किसानों को सम्मान के साथ धान का दान दिया था। उन्होंने इस मौके पर किसान मंच समिति के सभी पदाधिकारी व किसान भाइयों को छेरछेरा पर्व और शाकंभरी जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दी थी।
मंत्री अकबर को इस मौके पर किसान मंच समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने नवा रायपुर में पुनर्वास और पुनर्व्यवस्थापन की मांगों के संबंध में ज्ञापन सौंपा था।