चार्जशीट से खुलासा: फर्जी कंपनियों से लोन का इस्तेमाल करता था चोकसी
PNB घोटाले में मेहुल चोकसी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो गया है. इसके अलावा ईडी ने चार्जशीट भी दायर कर दी है. जिससे बचने के लिए उसने सीबीआई कोर्ट से गुहार भी लगाई है. अब इस मामले में एक खुलासा हुआ है कि चोकसी ने कई नकली कंपनियों के जरिए लोन के 6000 करोड़ रुपए इस्तेमाल किए.
ईडी के द्वारा जारी की गई चार्जशीट में पता चला है कि चोकसी की तीन कंपनियों- गीतांजलि जेम्स लिमिटेड, गिली इंडिया और नक्षत्र ब्रांड ने फर्जी तरीके से लोन लिए. ईडी का कहना है कि LoU जारी करवा इन कंपनियों ने 3011.39 करोड़ रुपए के लोन लिए और Foreign Letters of Credit के जरिए 3086.24 करोड़ रुपए लिए गए. कुल मिलाकर 6097 करोड़ रुपए का इस्तेमाल हुआ.
चार्जशीट में पता लगा है कि ये एलओयू ओवरसीज सप्लायर डायमंड ड्रिस्ट्रीब्यूटर हांगकांग, Shanyang Gong Si Limited Hong Long, Asian Diamonds and Jewellery UAE, Gitanjali Ventures UAE, Abbey Crest Ltd Thailand में इस्तेमाल किए गए. चोकसी ने दुबई से गीतांजलि कंपनी के ओवरसीज़ सब्सडियों में पैसे भेजे.
आपको बता दें कि पीएनबी घोटाले के आरोपी और नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी ने अपने खिलाफ गैर जमानती वारंट रद्द करने के लिए सीबीआई कोर्ट से गुहार लगाई है. उसने कहा कि वह भारत नहीं आ सकता क्योंकि यहां जिस तरह से मॉब लिंचिंग का माहौल है, उसकी वजह से उसे अपनी हत्या का डर है.
गौरतलब है कि सीबीआई कोर्ट ने अप्रैल और मई में मेहुल चोकसी के खिलाफ दो गैर जमानती वारंट जारी किए थे. मेहुल से कहा गया था कि पीएनबी जालसाजी केस में कोर्ट के सामने पेश न होने के लिए वह 10 वजहें बताईं.