मेहुल चोकसी की कोर्ट से वारंट रद्द करने की गुहार, बोला- भारत आया तो मॉब लिंचिंग हो जाएगी
पीएनबी घोटाले के आरोपी और नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी ने अपने खिलाफ गैर जमानती वारंट रद्द करने के लिए सीबीआई कोर्ट से गुहार लगाई है. उसने कहा कि वह भारत नहीं आ सकता क्योंकि यहां जिस तरह से मॉब लिंचिंग का माहौल है, उसकी वजह से उसे अपनी हत्या का डर है.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मेहुल चोकसी ने बुधवार को एक याचिका के माध्यम से मुंबई की स्पेशल सीबीआई कोर्ट से संपर्क किया और यह गुहार लगाई कि उसके खिलाफ जारी गैर जमानती वारंट को रद्द किया जाए. उसने कहा, ‘हाल में जिस तरह से मॉब लिंचिंग का ट्रेंड चल रहा है, उसकी वजह से उसके जीवन को खतरा है और इसलिए वह भारत नहीं आ सकता.’
गौरतलब है कि सीबीआई कोर्ट ने अप्रैल और मई में मेहुल चोकसी के खिलाफ दो गैर जमानती वारंट जारी किए थे. मेहुल से कहा गया था कि पीएनबी जालसाजी केस में कोर्ट के सामने पेश न होने के लिए वह 10 वजह बताए.
मॉब लिंचिंग एक ऐसे ट्रेंड को कहते हैं, जिसमें भीड़ अचानक किसी अपराधी या आरोपी या सिर्फ शक के आधार पर किसी को घेरकर उसकी पिटाई या हत्या तक कर देती है. यानी जनता कानून हाथ में लेते हुए सड़क पर ही त्वरित न्याय कर देना चाहती है, जिसे सही नहीं ठहराया जा सकता.
अपने वकील संजय अबॉट और राहुल अग्रवाल के माध्यम से दायर याचिका में, मेहुल चोकसी ने कहा, ‘बेहद सम्मान के साथ कहना चाहूंगा कि मॉब लिंचिंग की तमाम खबरें सामने आ रही हैं. ऐसे एक मामले में तो जेल में रहने के दौरान ही एक आरोपी को घेरकर मार डाला गया. मॉब लिंचिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं जिसमें आम जनता सड़क पर ही न्याय कर देने की कोशिश करती है.’
मेहुल चोकसी ने कहा कि तमाम लोगों से उसकी जान को खतरा है, इसलिए वह इस जानकारी को सार्वजनिक नहीं कर सकता कि फिलहाल कहां है. लोगों के पांच समूह खासतौर से उसके खिलाफ गुस्से में हैं. इनमें उसकी कंपनियों के तमाम कर्मचारी हैं, खाता सीज होने की वजह से जिनकी वह बकाया सैलरी नहीं दे पा रहा, गिरफ्तार कर्मचारियों के परिजन, कई मकान मालिक, तमाम बकाएदार और ज्यूलरी ग्राहक भी शामिल हैं.
याचिका में मेहुल चोकसी के न आने की कुछ और वजहों में कहा गया है कि उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं है, उसका पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है और उसके खिलाफ जांच एजेंसियां भेदभाव कर रही हैं.
चोकसी ने दावा किया कि उसका केस उसके भांजे नीरव मोदी के मामले से ‘पूरी तरह से अलग’ है, क्योंकि उसके तमाम शोरूम से एजेंसियों ने ज्यूलरी पहले ही जब्त कर ली है.