मप्र में अप्रत्यक्ष होंगे महापौर, अध्यक्ष पद के चुनाव, राज्यपाल की हरी झंडी
— सीएम कमलनाथ और राज्यपाल टंडन की मुलाकात का असर
मध्यप्रदेश। प्रदेश में अब नगरीय निकाय में महापौर और अध्यक्ष पद पर चुनाव अप्रत्यक्ष ही होंगे। इसका रास्ता साफ हो गया है। राज्यपाल लालजी टंडन ने राज्य सरकार के इस आध्यादेश पर सहमित के हस्ताक्षर कर दिए है। इस आध्यादेश के पारित और अनुमोदन के बाद अब राजनैतिक दलों को अपनी रणनीति बदलना होगी। प्रदेश में प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इस आध्यादेश का विरोध किया था। पार्टी नेताओं ने आध्यादेश रोकने की मांग का ज्ञापन राज्यपाल को दिया था।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस सरकार ने हाल ही में नगरीय निकायों में महापौर और अध्यक्ष पद पर सीधे चुनाव न कराते हुए पार्षदों द्वारा चुनें जाना का आध्यादेश पारित किया था। सरकार के इस आध्यादेश पर कई नेताओं के अलग अलग मत थे। कुछ का कहना था कि महापौर और अध्यक्ष का चुनाव सीधा प्रत्याक्ष प्रणाली से ही होना चाहिए इससे निर्वाचित उम्मीदवार पर पार्षद या अन्य नेताओं का दबाव नहीं रहता और वह स्वंतत्र होकर शहर हित में कार्य करता है। वहीं कुछ नेताओं का मानना था कि प्रत्यक्ष चुनाव में निर्वाचित उम्ममीदवार किसी की नहीं सुनतें और अपनी मनमानी करते है। इसलिए उन पर दबाव बनाने के लिए चुनाव अप्रत्यक्ष होना ठीक है।