कमलनाथ की शिकायती चिट्ठी पर आया ‘महाकाल का जवाब’, नंदी को लगाई फटकार!
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे प्रदेश में कोई न कोई मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। बाबा महाकाल को कमलनाथ की लिखी शिकायती चिट्ठी के जवाब में एक चिट्ठी सामने आई थी जिसे कमलनाथ को नंदी का जवाब कहकर प्रचारित किया जा रहा था। अब एक और चिट्ठी सामने आई है, जिसे महाकाल की नंदी को लिखी चिट्ठी बताया जा रहा है।
इस चिट्ठी में महाकाल ने नंदी को इस बात के लिए फटकार लगााई है कि उनकी बिना सहमति के कमलनाथ को पत्र क्यों लिखा गया। इस पत्र में महादेव ने नंदी से कहा है कि क्या आप जानते हैं कि शिवराज की पार्टी काशी में सैकड़ों मंदिर तोड़ रही है। राम मंदिर के नाम पर सालों से झूठ बोल रही है। हिंदुओं को डराकर वोट लेना चाहती है।
साथ ही महादेव ने नंदी को लिखा है कि आप बहुत भोले हो, पूरे मामले को समझे बिना ही कमलनाथ को पत्र लिख दिया, जबकि कमलनाथ स्वयं कुछ दिनों पूर्व मेरे पास आए थे और मैंने ही उन्हें आशीर्वाद देकर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए आदेशित किया था।
महादेव ने नंदी को आगे लिखा है कि नंदी यह वही भाजपा है, जिसने भारत माता की अस्मिता और वैभव के साथ भी बड़ा खिलवाड़ किया है। भारत भूमि की रक्षा के नाम पर आम जनता को गुमराह करते हैं और वोट ले लेते हैं, बाद में उसी पाकिस्तान में जाकर इनके नेता बिरयानी खाते हैं।
वहीं इससे पहले एक और चिट्ठी सामने आई थी जिसे कमलनाथ को नंदी का जवाब कहकर प्रचारित किया जा रहा था। इस चिट्ठी में नंदी ने कमलनाथ से कहा था कि उन्होंने कमलनाथ की चिट्ठी महाकाल को सुनाई थी, जिसके जवाब में महाकाल ने उन्हें आशीर्वाद भी दिया था। चिट्ठी में लिखा गया है कि आशीर्वाद के रूप में महाकाल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को नारियल दिया था, जिसका उन्होंने तिरस्कार कर दिया। इसके बाद नंदी ने आगे लिखा है कि उन्होंने महाकाल से सभी कांग्रेसीजनों को सदबुद्धि देने की बात कही है।