कर्जा चुकाने के लिए अपने ही भाई का किया अपहरण
( वसीम उद्दीन )
मध्यप्रदेश। कहावत है कि पैर उतने ही फैलाना चाहिए जितने में वह चादर के बाहर नहीं आए…। लेकिन कुछ लोग इस बात का ध्यान नहीं रखते और फिर अपराध कर बैठते है। ऐसा ही हुआ सीहोर जिले के दोराहा थाना क्षेत्र के गांव सोनकच्छ में…। जहां एक भाई ने कर्जा चुकाने अपने छह साल के भाई का अपहरण कर लिया। लेकिन गांव के लोग और पुलिस के सक्रिय होने से सफल नहीं हुआ और अपह्त किए गए छह साल के भाई को रास्ते में छोड कर भाग गया। पुलिस ने इसकी तलाश कर पकड लिया। अब यह जेल की हवा खाएगा।
हुआ यूं कि श्यामपुर थाना क्षेत्र के गांव बर्री निवासी रोहित मीणा ने अपने खर्चे चालने के लिए गांव वालों और रश्तेदारों से लगभग चार लाख रूपए का कर्जा लिया था लेकिन वह कर्जा चुकाने के लिए पैसा नहीं जुटा पा रहा था। इधर लेनदार लगातार उस पर पैसा वापस करने का दबाव बना रहे थे। बहुत दबाव बढने पर उसने अपनी बुआ के पुत्र सारस मीणा के अपहरण की योजना बनाई। रोहित की बुआ दोराहा इलाके के गांव सोनकच्छ में रहती है। बीतेें सोमवार रोहित ने योजना के अनुसार सारस मीणा का उस समय अपहरण कर लिया जब वह घर के बाहर खेल रहा था। रोहित उसे मोटरसायकल पर बैठा कर पहले कुरावर ले गया लेकिन बहुत देर जब उसे बच्चा जगह छुपाने के कोई जगह नहीं मिली तो वह परेशान होने लगा इसी बीच सरस के अपहरण की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी,अब तक रोहित को बच्चे को छुपाने की जगह नहीं मिली थी तो उसे पकडे जाने का डर लगने लगा। उसने अपनी योजना बदली और बच्चे को सोनकच्छ जाने वाली बस में बैठा कर गांव के नजदीक उतार उसी बस से भोपाल भाग गया। पुलिस ने बच्चें को बरामद कर परिवार को सौंप दिया और रोहित की तलाश में जुट गई,पुलिस ने उस बस को खोज लिया जिसमें रोहित सवार होकर भोपाल जा रहा था। पुलिस ने उसे पकड कर वारदात का कारण और अन्य पूछताछ की। बुधवार को पुलिस ने बताया कि सरस का अपहरण उसके मामा के लडके रोहित मीणा ने ही किया था। दोराहा टीआई मदन इवने सहित सभी पुलिकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।