RR नगर में कांग्रेस की जीत तय, कर्नाटक की सियासत पर पड़ेगा ये असर
15 मई को जब कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आए तो भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. नतीजों के बाद बीजेपी ने सरकार बनाई, लेकिन ढाई दिन में ही गिर गई. बीजेपी ने नतीजों के बाद जोरशोर से कहा कि चुनावी नतीजे कांग्रेस के खिलाफ हैं. इसके बावजूद कांग्रेस और जेडीएस ने साथ मिलकर सरकार बनाई. लेकिन अब जब पंद्रह दिन बाद जब यहां की राजराजेश्वरी सीट के नतीजे आ रहे हैं तो बीजेपी की चिंता की लकीरें बढ़ सकती हैं.
राज राजेश्वरी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार मुनीरत्ना करीब 35000 वोटों से आगे चल रहे हैं और उनकी जीत अब निश्चित दिख रही है. इस सीट पर बीजेपी के मुनिराजू गौड़ा दूसरे नंबर और जेडीएस के जीएस रामचंद्र तीसरे नंबर पर चल रहे हैं.
क्यों महत्वपूर्ण एक सीट के नतीजे?
दरअसल, राजराजेश्वरी सीट के नतीजे इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं क्योंकि विधानसभा चुनाव के बाद जिस तरह बहुमत साबित करने के लिए एक-एक सीट पर लड़ाई हो रही थी. उस बीच कांग्रेस को बड़ी राहत मिली है. 15 मई के नतीजे में जब बीजेपी को 104 सीटें मिली तो उसने बहुमत के नंबर होने का दावा किया, लेकिन विधानसभा में वह उसे साबित नहीं कर सकी.
दूसरी तरफ कांग्रेस की 78 और जेडीएस की 37 सीटों को मिलाकर भी 115 सीटें थीं. जो कि बहुमत के 112 आंकड़े से भी काफी ज्यादा नहीं थे. ऐसे में अगर कांग्रेस के खाते में एक और सीट जुड़ती है तो विधानसभा में उनकी स्थिति मजबूत होगी. और बीजेपी जिस जनादेश का दावा कर रही थी, उस दावे पर पानी फिर गया है.
आपको बता दें कि कर्नाटक की कुल 224 सीटों में से सिर्फ 222 सीटों मतदान हुआ था. जिसमें से आरआर नगर में चुनाव हो गया है, तो वहीं अभी भी जयनगरा सीट पर चुनाव होना है. यहां बीजेपी उम्मीदवार और निवर्तमान विधायक बी एन विजय कुमार के निधन के कारण नहीं हो पाया था.
वहीं मौजूदा मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी दो सीटों से जीत दर्ज की थी. कुमारस्वामी चन्नपटना और रामनगरा से जीते थे, ऐसे में उन्हें एक सीट छोड़नी पड़ेगी. हालांकि, अब एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री हैं तो ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि अगर वह कोई भी सीट छोड़ते हैं तो उनकी पार्टी को जीत दर्ज करने में मुश्किल नहीं होगी.
कर्नाटक विधानसभा नतीजों में कांग्रेस भले ही बीजेपी से पिछड़ गई थी, लेकिन वोट प्रतिशत के मामले में उसने बाजी मारी थी. कांग्रेस को यहां 38 फीसदी, बीजेपी को 36 फीसदी और जेडीएस को 18 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस ने नतीजों के बाद दावा किया था कि यहां उनकी नैतिक जीत हुई है, अब भी राज्य में ज्यादातर जनता उसपर ही विश्वास करती है. ऐसे में एक बार फिर जब आरआर नगर के नतीजे सामने आए हैं तो कांग्रेस की जीत उनके इस बयान पर खरी उतरती है.