जुमलेबाजों की सरकार के बहकावे में न आएं आदिवासी : कमलनाथ
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस कई मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री की जनआशीर्वाद यात्रा के उत्तर में एक और कांग्रेस पोल-खोल यात्रा निकाल रही है तो दूसरी और विधानसभा क्षेत्रवार जनहित के मुद्दों पर प्रदर्शन भी कर रही है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा भी मैराथन बैठकें आयोजित की जा रही हैं, इसी क्रम में राजधानी भोपाल में राज्य स्तरीय आदिवासी कांग्रेस सम्मेलन आयोजित किया गया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के शासन काल में आदिवासियों के साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि आदिवासी जुमलेबाजों की सरकार के बहकावे से बाहर आए, और कांग्रेस के साथ खडे़ हों। मध्यप्रदेश के आदिवासी मतदाताओं को अपने पक्ष में करने और वोटों के ध्रुवीकरण को साधने के लिए आयोजित एक दिवसीय आदिवासी कांग्रेस सम्मेलन में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे।
सम्मेलन में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि आदिवासी कांग्रेस के डीएनए में हैं। जब कभी भी आदिवासी मतदाताओं ने कांग्रेस का साथ नहीं दिया तब-तब कांग्रेस पार्टी प्रदेश में सत्ता से बाहर हुई है। कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के आदिवासी बीजेपी के बहकावे में आ गए थे इसलिये कांग्रेस को विपक्ष में बैठना पड़ा। उन्होंने सभी आदिवासी कांग्रेस नेताओं से आग्रह किया है कि वे 9 अगस्त को प्रदेश के सभी आदिवासी अंचलों में ब्लाक और जिला स्तर पर आदिवासी सम्मेलन आयोजित करें और उन्हें भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों, भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ते अपराधों के बारे में बतायें।
साथ ही उन्होंने कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और सत्ता में आने पर आदिवासी हित में उठाये जाने वाले कदमों के बारे में बताने का भी आव्हान किया। कमलनाथ ने कहा कि इन सम्मेलनों के माध्यम से कांग्रेस की रीति-नीति और विचार धारा को कांग्रेस नेता आदिवासियों को बतायेगें और ज्यादा से ज्यादा आदिवासी युवाओं को कांग्रेस से जोडे़ंगे।