सिंधिया ने राजमाता को लेकर बीजेपी पूछा ऐसा सवाल, जिसका जवाब देना हो गया मुश्किल
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा सिंधिया राजघराने पर किए जाने वाले हमले से गुना के सांसद और मध्यप्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया आहत हैं. उनका कहना है कि अगर उनके खानदान ने कहीं कोई गड़बड़ी की थी, तो बीजेपी के इन नेताओं को उस दौर में मुंह खोलना चाहिए था, जब उनकी दादी विजया राजे सिंधिया जीवित थीं.
ज्योतिरादित्य 6 से 8 सितंबर तक बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “भाजपा के नेता तो मुझ पर हमेशा हमले बोलते रहे हैं. ये हमले कभी रुके नहीं हैं. बस एक सवाल मन में उठता है कि अगर मेरे परिवार ने कहीं कुछ गड़बड़ी की है तो यह बात भाजपा नेताओं को उस दौर में कहनी चाहिए थी जब मेरी दादीजी जीवित थीं.”
सिंधिया ने कहा, “मैंने देखा है कि उस दौर में शिवराज सिंह चौहान जैसे नेता उनके इर्द-गिर्द घूमा करते थे, आज वही लोग हमारे परिवार पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं जो पूरी तरह निराधार हैं।” देश में गाय, गंगा और गरीब को लेकर चल रही राजनीति के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि आज देश में गौ माताओं का बुरा हाल है, हर तरफ सड़कों पर गौमाता बैठी नजर आ जाती हैं और कई बार तो हादसे का भी शिकार हो जाती हैं, गौभक्त आज कहां गए? जो गाय के नाम पर दूसरों की जान तक ले लेते हैं, वे गौशालाओं में सैकड़ों गायों की मौत पर सरकार को क्यों नहीं घेरते?
‘मोदी-शिवराज राज में गरीब और गरीब हो चला है’
उन्होंने कहा कि यही हाल गंगा का हुआ है, बातें बड़ी-बड़ी की गईं मगर गंगा नदी की हालत में बदलाव आने की बजाय उसमें और बिगाड़ आया है..और बात रही गरीब की, तो मोदी-शिवराज राज में गरीब और गरीब हो चला है.
कांग्रेस सांसद ने एक सवाल के जवाब में कहा कि केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार, दोनों यह दावे करती हैं कि कांग्रेस ने जो 70 साल में नहीं किया, वह हमने कर दिखाया. यह बात बिल्कुल ठीक है, क्योंकि कांग्रेस ने 70 साल में जो नहीं किया उन्होंने वह साढ़े चार साल में कर दिखाया. पेट्रोल 100 के आंकड़े के करीब पहुंच रहा है और डीजल 75 रुपये लीटर हो रहा है. कांग्रेस के शासनकाल में ऐसा कभी नहीं हुआ.
‘जनता ही नेताओं को मिट्टी में मिला देती है’
मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किए जा रहे फैसलों पर प्रतिक्रिया देते हुए सिधिया ने कहा, “यह सरकार अहंकार में डूबी हुई है. तानाशाहीपूर्ण फैसले लेते जा रही है. सरकार को लोगों की अर्जी के आधार पर चलना चाहिए न कि अपनी मर्जी से, मगर अहंकार में डूबी सरकार मनमाने फैसले ले रही है. भाजपा यह नहीं जानती कि मिट्टी में बैठे लोगों को जनता ही नेता बनाती है और जनता ही नेताओं को मिट्टी में मिला देती है.”
सरकार आदिवासियों को परोस रही है गंभीर बीमारी
मध्यप्रदेश में आदिवासी तेंदूपत्ता संग्राहकों को बांटे जा रहे जूते-चप्पल से कैंसर फैलने की आशंकाओं के सवाल पर उन्होंने ने कहा, “धिक्कार है ऐसी सरकार को जो आदिवासियों को ऐसे जूते-चप्पल बांट रही है जिससे कैंसर जैसी भयानक बीमारी फैलने की आशंका है. सवाल यह है कि यह वर्ग एक तो पहले से गरीब है और दूसरा उसे गंभीर बीमारियां सरकार की ओर से परोसी जा रही है. जब नीयत में खोट हो और संवेदना मर जाए, तब सत्ता में बैठे लोग ऐसा ही गंदा खेल खेलते हैं.
विधानसभा चुनाव में क्या कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा? इस सवाल का सीधा जवाब न देते हुए सिधिया ने कहा, “कांग्रेस का चेहरा इस प्रदेश की जनता है. प्रदेश की जनता को समस्याओं से मुक्ति दिलाने के लिए कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है और चाहती है कि राज्य में ऐसी सरकार आए जो हर वर्ग का कल्याण करे और विकास के रास्ते पर ले चले.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं किसी और के बारे में नहीं, मगर अपने बारे में इतना कह सकता हूं कि मेरी किसी पद की कोई लालसा नहीं है. बस इतना चाहता हूं कि प्रदेश में ऐसी सरकार बने जिसके जरिए हर वर्ग का विकास हो और प्रदेश प्रगति के पथ पर आगे बढ़े।”