जया बच्चन का समाजवादी पार्टी से राज्यसभा जाने का रास्ता साफ, नरेश अग्रवाल का टिकट कटा
नई दिल्ली.समाजवादी पार्टी (एसपी) से जया बच्चन को राज्यसभा भेजा जा सकता है। ऐसी खबर है कि अखिलेश यादव ने उन्हें फिर से राज्यसभा सांसद बनाने का मन बना लिया है। बस औपचारिक एलान होना बाकी है। इससे तेजतर्रार नेता नरेश अग्रवाल को नुकसान हो सकता है, क्योंकि राज्य में एसपी के पास मौजूदा विधायकों की संख्या के हिसाब से पार्टी सिर्फ एक सांसद को अपर हाउस भेज सकती है। राज्यसभा में फिलहाल एसपी के छह सांसद हैं। नरेश और जया समेत सभी का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों के लिए 23 मार्च को वोटिंग होनी है।
यूपी में कितनी सीटों पर चुनाव?
– वैसे तो राज्यसभा की 58 सीटों के लिए 23 मार्च को वोटिंग होगी। इसी दिन वोटों की गिनती भी होगी। 16 राज्यों की ये 58 सीटें अप्रैल और मई महीने में खाली हो रही हैं। नामांकन की अंतिम तिथि 12 मार्च है।
– सबसे ज्यादा 10 सीटें यूपी की हैं।
यूपी से कितने राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है?
– एसपी की जया बच्चन, नरेश अग्रवाल, किरणमय नंदा, दर्शन सिंह यादव, मुनावर सलीम और आलोक तिवारी हैं। इसके अलावा, बीजेपी से विनय कटियार, कांग्रेस से प्रमोद तिवारी और बीएसपी से एम अली का कार्यकाल 2 अप्रैल को खत्म हो रहा है।
– बीएसपी चीफ मायावती पहले ही राज्यसभा की सदस्यता छोड़ चुकी थीं।
सिर्फ एक सदस्य राज्यसभा भेज सकती हैं सपा, क्या है मजबूरी?
– समाजवादी पार्टी के पास इस वक्त 403 में से 47 विधायक हैं। राज्यसभा की एक सीट के लिए किसी भी पार्टी के पास 38 विधायक होने जरूरी हैं। ऐसे में जया बच्चन और नरेश अग्रवाल का का नाम चल रहा था। अब खबर है कि पार्टी ने जया बच्चन को चुना है।
क्या है राज्यसभा का गणित?
– यूपी में 403 विधानसभा सीटें हैं। राज्यसभा के चुनाव 10 सीटों के लिए होना है।
– राज्यसभा चुनाव का फॉर्मूला है- (खाली सीटें + एक) कुल योग से विधानसभा की सदस्य संख्या से भाग देना। इसका जो जवाब आए उसमें भी एक जोड़ने पर जो संख्या होती है। उतने ही वोट एक सदस्य को राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए चाहिए।
– यूपी की सदस्य संख्या 403 है। खाली सीट 10+1= 11। 403/ 11= 36.63। 36.4 +1= 37.63। यूपी राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए एक सदस्य को औसतन 37 विधायकों का समर्थन चाहिए।