अगर दिल्ली PDP को तोड़ने की कोशिश करेगी तो होंगे खतरनाक नतीजे- महबूबा मुफ्ती
जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र अगर जोड़-तोड़ की राजनीति करेगी तो 1990 के जैसे हालात होंगे। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पीडीपी को तोड़ने की कोशिश हुई तो परिणाम खतरनाक होंगे। महबूबा ने कहा कि अगर दिल्ली 1987 की तरह लोगों के वोटिंग राइट्स को खारिज करने, कश्मीर के लोगों को बांटने की कोशिश करेगी तो खतरनाक हालात पैदा होंगे। महबूबा ने कहा कि तब जिस तरह एक सलाउद्दीन और यासीन मलिक पैदा हुए थे, इसबार हालात और भी खराब होंगे।
जम्मू कश्मीर बीजेपी अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा है कि महबूबा का बयान काफी आपत्तिजनक है। उन्होंने कहा कि बीजेपी किसी तोड़फोड़ की प्रक्रिया में नहीं लगी है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सरकार गिरने के बाद पीडीपी के कुछ विधायकों ने बागी रुख अपना लिया है। वहीं पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की सार्वजनिक तौर पर अलोचना करने वाले नेताओं पर कार्रवाई शुरू कर दी है। गुरुवार को बांदीपुरा जिला अध्यक्ष के पद से विधान परिषद सदस्य यासिर रेशी को बर्खास्त कर दिया है। विधान परिषद सदस्य रेशी पीडीपी के उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने पिछले महीने पीडीपी-बीजेपी सरकार गिरने के बाद पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी।
2014 चुनाव में पीडीपी बनी सबसे बड़ी पार्टी
2014 में जम्मू-कश्मीर में पांच चरणों में हुए पीडीपी 28 सीटें जीतकर विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनी जबकि 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर रही। राज्य में सत्तारूढ़ नेशनल कांफ्रेंस को हार का सामना करना पड़ा। नेशनल कांफ्रेंस 15 सीटें जीतकर तीसरे स्थान पर और कांग्रेस 12 सीटें जीतकर चौथे स्थान पर रही।
निर्दलीय-3
पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट-1
सीपीएम-1
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस-2
कांग्रेस-12
एनसी-15
बीजेपी-25
पीडीपी-28
विधानसभा में सीटों की स्थिति