मिस्र के दौरे पर गुपचुप तरीके से क्यों गए नेतन्याहू?
खबर है कि इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गोपनीय तरीके से मिस्र की यात्रा की है. इस्राइल के एक टीवी चैनल के मुताबिक नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में संघर्षविराम पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ बातचीत की है. ये गोपनीय यात्रा इस साल मई में हुई थी.
आधिकारिक सूत्रों ने इस यात्रा को लेकर अभी कोई पुष्टि नहीं की है लेकिन निजी चैनल ने कहा कि नेताओं ने 22 मई को मुलाकात की थी. ये यात्रा तब हुई थी जब यरुशलम में अमेरिकी दूतावास खोलने के खिलाफ 14 मई को गाजा सीमा पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे. प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 63 फलस्तीनी मारे गए थे.
गाजा इस्राइल और मिस्र के बीच में स्थित है. मिस्र ने पहले भी नेतन्याहू सरकार और इस्लामिक हमास मूवमेंट के बीच मध्यस्थता की थी. चैनल 10 ने अमेरिकी सूत्रों के हवाले से बताया कि नेतन्याहू और सिसी ने गाजा पट्टी में दीर्घकालिक युद्ध विराम की संभावना पर चर्चा की.
मिस्र और संयुक्त राष्ट्र इजरायल और गाजा पर शासन करने वाले इस्लामिक संगठन हमास के बीच दीर्घकालिक संघर्ष में मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले कुछ महीनों के दौरान गाजा पट्टी क्षेत्र में हिंसा में काफी इजाफा हुआ है जिसके मद्देनजर दोनों के बीच संघर्ष विराम लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
आपको बता दें कि गाजा पट्टी में 20 लाख से ज़्यादा फिलीस्तीनी नागरिक को गहरे आर्थिक संकट का सामना कर रह रहे हैं. विश्व बैंक ने पानी, बिजली और दवाइयों की कमी के कारण गाजा पट्टी की स्थिति को मानवतावादी संकट करार दिया है.