वेब चेक-इन के लिए चार्ज पर IndiGo की सफाई- इसे भरना जरूरी नहीं
ऑनलाइन चेक इन की सुविधा लेने वालों से चार्ज वसूलने को लेकर इंडिगो ने सफाई दी है. देश की बजट एयरलाइन ने साफ किया है कि वेब चेक-इन सर्विस भरना सभी यात्रियों के लिए जरूरी नहीं है. एयरलाइन ने साफ किया है कि उनके वेब चेक-इन के नियमों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
इंडिगो ने कहा है कि ग्राहकों की जरूरत और मार्केट डिमांड को ध्यान में रखकर एडवांस सीट सेलेक्शन की नीतियों में बदलाव किया जाता है. इस सेगमेंट की बदौलत हम ग्राहकों को उनकी जरूरत के हिसाब से बेहतर सेवा मुहैया कर पाते हैं.
एयरलाइन ने कहा कि जो ग्राहक एक्स्ट्रा लेग-रूम सीट्स बुक करना चाहते हैं या फिर दो सीट एक दूसरे के आस-पास बुक करना चाहते हैं. जो नहीं चाहते कि जब वे एयरपोर्ट पर चेक-इन के लिए पहुंचें, तो उनके हाथ से पसंदीदा सीट चली जाए.
वे लोग एडवांस बुकिंग कर सकते हैं. एयरलाइन ने बताया कि सीट के हिसाब से उनका किराया भी कम ज्यादा होता है. यह एयरक्राफ्ट, रूट की लंबाई, सफर के कितने दिन पहले टिकट बुक किया है. जैसे कई चीजें देखी जाती हैं.
इंडिगो ने साफ किया कि यात्रियों को सीटों के लिए चार्ज देना अनिवार्य नहीं है. यह प्राइसिंग सिर्फ सीटों के एडवांस सेलेक्शन के लिए है. एयरलाइन ने साफ किया है कि जब कोई यात्री एयरपोर्ट पर पहुंचकर चेक-इन करता है, तो उसे सीट बिना किसी चार्ज के मिलती है. इसका मतलब यह है कि एयरपोर्ट चेक-इन करेंगे, तो तब इसकी गारंटी नहीं है कि आपको पसंदीदा सीट मिलेगी.
एयरलाइन ने कहा कि पसंदीदा सीट के लिए चार्ज की शुरुआत कम से कम 100 रुपये से होती है. लेकिन इसमें से कुछ मुफ्त भी मिल जाती हैं. यह मार्केट डायनेमिक्स पर आधारित है.
अगर कोई व्यक्ति पसंदीदा सीट के लिए चार्ज नहीं चुकाना चाहता. ये लोग फ्री सीट के लिए वेब चेक-इन कर सकते हैं. मौजूद होने पर एयरपोर्ट चेक-इन के दौरान भी यह सीट मिल सकती है.
बता दें कि वेब चेक इन के लिए चार्ज वसूलने की खबर सोशल मीडिया पर आने के बाद एविएशन मिनिस्ट्री ने इसे रिव्यू करने की बात भी कही थी. उसके तुरंत बाद ही इंडिगो ने इसको लेकर सफाई दी है