भारतीय अर्थव्यवस्था ऐसा हाथी, जो अब दौड़ लगाने को तैयार है: IMF
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने कहा है कि करीब 2.6 लाख करोड़ डॉलर की भारतीय अर्थव्यवस्था एक ऐसा हाथी है जो अब दौड़ लगाने को तैयार है. आईएमएफ ने भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि हाल में भारत सरकार ने जीएसटी जैसी जो नीतियां लागू की हैं, उससे यहां अर्थव्यवस्था में तेजी आ रही है और ग्रोथ की संभावना काफी उज्ज्वल हो गई है.
लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला
अपनी नवीनतम रिपोर्ट में आईएमएफ ने कहा कि दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत ग्लोबल ग्रोथ में करीब 15 फीसदी का योगदान कर रहा है और भारतीय अर्थव्यवस्था ने लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है. भारत विदेशी निवेश के दरवाजे खोल रहा है. हालांकि आईएमफ ने महंगाई की ऊंची दर को लेकर चिंता भी जताई है.
‘भारतीय अर्थव्यवस्था आकलन 2018’ में आईएमएफ ने कहा है, ‘नोटबंदी के झटके और जीएसटी लागू होने से आई बाधाओं से अब जीडीपी ग्रोथ बाहर निकल चुका है. साल 2017-18 में वृद्धि दर 6.7 फीसदी थी और 2018-19 में इसमें 7.3 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है.’
आईएमएफ के भारत में कार्यकारी निदेशक सुबीर गोकर्ण और उनके वरिष्ठ सलाहकार हिमांशु जोशी द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ‘ ग्लोबल ग्रोथ में लंबे समय से जारी सुस्ती, निवेश में कमी और बैंकिंग तथा कॉरपोरेट सेक्टर के बहीखातों पर बने दबाव ने भारत के भी तरक्की की संभावना पर असर डाला है. लेकिन इन चुनौतियों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था तेज गति से बढ़ रही है.’
आईएमएफ के भारत में मिशन प्रमुख रानिल सलगाडो ने कहा, ‘आईएमफ भारत को वैश्विक तरक्की का लंबे समय तक का स्रोत मानता है. यह चीन और अमेरिका के बाद वैश्विक आर्थिक तरक्की का प्रमुख वाहक है.’
उन्होंने कहा कि भारत में काम करने लायक आयु की जनसंख्या में गिरावट अभी कम से कम तीन दशक के बाद होगी. तो यह काफी लंबा समय है, इसलिए एशिया में यह भारत के लिए एक बड़ा अवसर है.
जीएसटी की तारीफ
आइएमएफ ने जीएसटी जैसी आर्थिक और स्थायित्व आधारित नीतियों की तारीफ की. सलगाडो का मानना है कि नई टैक्स व्यवस्था से दीर्घकालिक स्तर पर भारत को काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा, ‘यह करना कठिन था. दूसरे देशों को तो इसके लिए जूझना पड़ा. भारत में यह काफी जटिल था, क्योंकि यहां 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मनाना था. यह एक बड़ी उपलब्धि है.’
नौकरियों के सृजन के लिए अच्छी नीतियां
आईएमएफ ने कहा है कि भारत ने नौकरियों के सृजन और तेज आर्थिक वृद्धि के लिए अच्छी नीतियां अपनाई हैं. जीएसटी से औपचारिक क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ रही हैं जिससे बेहतर गुणवत्ता वाली और भरोसेमंद नौकरियों का सृजन होगा. आईएमएफ ने कहा कि बैंकरप्शी कोड के अलावा सरकार और रिजर्व बैंक ने बैंकिंग में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं.