55 साल बाद आईडीएसआर का नाम बदलकर मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान
दिल्ली। रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान (आइडीएसए) का नाम बादलकर अब मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान किया गया है। मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री रहे है। उनकी छवि ईमानदार नेता की रही है। केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने किया उन्होंने कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री स्व.मनोहर पर्रिकर की स्मृति को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए आईडीएसआर का नाम बदलकर मनोहर पर्रिकर रक्षा अध्ययन एवं विश्लेषण संस्थान किया जाना स्वागत योग्य निर्णय है।
-1965 में की गई रक्षा अध्ययन तथा विश्लेषण संस्थान की स्थापना
रक्षा अध्ययन तथा विश्लेषण संस्थान की स्थापना नवम्बर, 1965 में की गई थी जो राष्ट्रीय सुरक्षा तथा आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक विकास पर रक्षा उपायों का प्रभाव से संबंधित क्षेत्रों में अध्ययन तथा अनुसंधान प्रारम्भ करेगा । वर्षों से यह संस्थान राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर अधिकारपूर्ण अध्ययन से संबंधित नीति का पालन करने वाला एक प्रमुख अनुसंधान संस्थान के रूप से उभरा है । यह संस्थान सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के अन्तर्गत एक पंजीकृत निकाय है और यह संस्थान के सदस्यों द्वारा चयनित कार्यकारी परिषद द्वारा शासित है । यह संस्थान राजनीतिक नेताओं, विद्वानों, मीडिया, सेना अधिकारियों तथा अन्य जो राष्ट्रीय सुरक्षा से सरोकर रजने वाले मुद्दों में रुचि रखते हैं, के पहुंच योग्य है ।
— संस्थान में अनुसंधान
आईडीएसए अकादमी, रक्षाबलों तथा सिविल सेवाओं तथा उनसे जो विभिन्न दृष्टिकोण प्रदान कर रहे है से लिया गया पूर्ण रूप से अर्ह बहु-विषमी अनुसंधान है । संस्थान कें अनुसंधान का संचालन एक व्यापक कार्य सूची तथा पक्षपात रहित विश्लेषण और नीतिगत सिफारिशें प्रदान करने की आवश्यकता होती है । आईडीएसए के जनरल, मोनोग्राफ द्वारा ब्रीफ्स और पुस्तकें मुख्य माध्यम हैं जिसके माध्यम से विश्लेषण और नीतिगत सिफारिशों का प्रसारण होता है । इसके अतिरिक्त, समाचार मीडिया ओप-एड्स, साक्षात्कार तथा वाद-विवाद में भागीदारी के रूप में आईडीएसए के विशेषज्ञों के विचारों को भी प्रभावित करता है । संस्थान के प्रकाशन में जर्नल, पुस्तकें, मोनोग्राफ सम्मेलन कार्यवाहियां, रिपोर्टें, अवसरवादी कागज, दिल्ली पेपर तथा मिश्रित प्रकाशन जैसे बांसुर, लीफलेट आदि शामिल होते हैं । इस संस्थान में भारत तथा विदेश के कई समान संस्थाओं,प्रकाशकों के साथ पुस्तकों और जर्नलों के आदान-प्रदान की व्यवस्था है । आईडीएसए, भारत सरकार के सिविल तथा सैन्य अधिकारियों का वार्षिक प्रशिक्षम कार्यक्रम प्रदान करता है। आईडीएसए के विशेषज्ञों तथा बाहरी विशेषज्ञों व्याख्यापक कार्यक्रमों की कोर का निर्माण करते हैं ।