आईएएस पिकनिक मनाते हैं,बंगलों से नहीं निकलते : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इससे पहले शायद ही किसी ने इतने गुस्से में देखा हो। उनके सख्त तेवरों का असर शुक्रवार को नौकरशाही पर दिन भर दिखा। प्रशासनिक हलकों में चारों ओर एक ही चर्चा। चर्चा मुख्यमंत्री की धान खरीद को लेकर गुरुवार रात की गई वीडियो क्रान्फ्रेंसिंग की। दो साल रिकार्ड खरीद होने के बाद सवा महीने के धान खरीद के मौजूदा आंकड़े बेहद खराब हैं। बीते सालों की तुलना में मौजूदा खरीद कई गुना पीछे चल रही है। लिहाजा मुख्यमंत्री का गुस्सा स्वाभाविक था। आधा दर्जन से अधिक डीएम को उन्होंने जमकर डपटा। यहां तक कह दिया कि ‘आईएएस अधिकारी सिर्फ पिकनिक मनाते हैं, बंगलों से बाहर नहीं निकलते। कितनी शर्म की बात है कि मुझे समीक्षा करनी पड़ती है।’मुख्यमंत्री यहीं नहीं रुके। एक जिले के डीएम और कमिश्नर दोनों गायब थे। सीडीओ ने बताया कि डीएम चुनाव आयोग की बैठक में गए हैं। मुख्यमंत्री के दोबारा पूछे जाने पर सीडीओ ने बताया कि वे घर पर हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव से कहा कि इनकी छुट्टी कर दीजिए। ऐसी जगह भेजिए जहां न गाड़ी मिले और न चपरासी। पश्चिम के एक जिले के डीएम ने बताया कि उत्तराखण्ड में कमीशन एजेंट से खरीद होने के कारण यूपी का धान भी वहां चला गया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब आप धान खरीद की समय से तैयारी नहीं करेंगे तो किसान क्या करेगा।
दो साल भी नौकरी के हुए नहीं और हड़ताल करेंगे!
बीते दिनों हड़ताल के कारण धान खरीद प्रभावित होने का मुद्दा भी उठा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट आदेश दिया कि हड़ताल वालों को घर भेज दीजिए। एक बार सख्ती से निपट लीजिए। लेखपालों की हड़ताल के समय मैंने कहा था। दो साल भी नौकरी के हुए नहीं और हड़ताल करेंगे। संभवत: पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने इतना कड़ा आदेश दिया है कि कमिश्नर धान खरीद की केन्द्रवार समीक्षा करेंगे और डीएम सभी केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे। बाराबंकी के डीएम ने कहा कि हड़ताल के कारण खरीद नहीं हो पाई , सीएम ने कहा कि सबके खिलाफ कार्रवाई करो।
सीएम सख्त, कुछ अफसरों पर गिर सकती है गाज
मुख्यमंत्री के सख्त तेवरों को देखते हुए संभावना है कि जल्द ही कुछ लापरवाह अफसरों पर गाज गिर सकती है। बार-बार सचेत करने के बाद भी कामकाज का तरीका न बदलने वाले अफसरों के साथ उन्होंने सख्ती से पेश आने का निर्देश दिया है। गुरुवार को धान खरीद की समीक्षा के दौरान नौकरशाही को मुख्यमंत्री के इस तेवर की झलक देखने को भी मिल गई थी। फिर अगले ही दिन शुक्रवार को लखनऊ में रिजर्व पुलिस लाइंस का औचक निरीक्षण करके और मोहनलालगंज में धान खरीद का जायजा लेकर सख्ती का स्पष्ट संदेश भी दे दिया