समुद्र की लहरों से दिल्ली तक कैसे पहुंचता है तूफान
इसकी वजह से हरियाणा-पंजाब और दिल्ली की तरफ नमी वाली हवाएं पहुंचेंगी और बारिश के साथ तूफान की भी संभावना है। राजस्थान में भी चक्रवाती हवाओं की वजह से आंधी-तूफान आने की आशंका है।
समुद्र की लहरों से दिल्ली तक कैसे पहुंचता है तूफान
यूरोप और अफ्रीका के बीच में स्थित मेडिटरेनियन सी में समुद्र का तापमान 25 से 29 डिग्री सेल्सियस हो जाने से कई मीटर ऊंची लहरें उठती हैं। इसकी वजह से समुद्री तूफान बनता है। जिससे 33 हजार फीट की ऊंचाई तक नमी आसमान में उठने लगती है।
ये हवाएं इराक, ईरान, तुर्की, अफगानिस्तान, पाकिस्तान से होते हुए जम्मू-कश्मीर में दस्तक देती हैं। तुर्की, इराक, ईरान, अफगानिस्तान मैदानी इलाके हैं। इसलिए ये हवाएं यहां नहीं रुकतीं। 20 हजार फीट की ऊंचाई तक ये हवाएं पहाड़ों से टकराती हैं।
जम्मू-कश्मीर पहुंचने के बाद ये हवाएं पहाड़ों से टकराकर अपनी दिशा बदल देती हैं। ये हवाएं फिर उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों का रुख कर लेती हैं, जिससे राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के मौसम में परिवर्तन आता है।
आपको बता दें कि राजस्थान में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बना हुुआ था। इस वजह से गर्म हवाएं 14 हजार फीट तक ऊपर उठीं और जम्मू-कश्मीर में पहुंचे पश्चिमी विक्षोभ से नमी वाली हवाओं ने राजस्थान में दस्तक दी। इस वजह से राजस्थान में चक्रवाती हवाओं का सिस्टम बना।